
सरकार जनजाति छात्रों के शिक्षा में सुधार के लिए मिशन मोड में काम कर रही है. मुख्यमंत्री
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा विस्तार के लिए राज्य सरकार ने व्यवस्थित बदलाव का विशेष पहल की है। सीमांत कस्बों में जनजाति छात्रों के लिए आवास बनाना इसी परिवर्तत का अंग है। सरकार जनजातियों के सामाजिक सम्मान वृद्धि के साथ-साथ आर्थिक विकास और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में विकास के लिए मिशन मोड में काम कर रही है।
आज धलाई जिला के लोंगतराईवली उपखंड के बाकछरा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में 50 सीटों वाला नवनिर्मित जनजाति छात्रा आवास का उद्घाटन करके मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा ने यह कहा है। कार्यक्रम में जनजाति कल्याण विभाग के मंत्री रामपद जमातिया, विधायक दिबाचंद्र रांखल, विधायक शंभुलाल चकमा, टीआईडीसी के चेयरमैन टिंकू राय उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता धलाई जिला के जिलाधिकारी डॉ. सिद्धार्थ शिव जसवाल ने किया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा, राज्य में शिक्षा की गुणवत्तापूर्ण परिवर्तन में सरकार नई दिशा, सुपर 30, एकलव्य मॉडल स्कूल, विद्याज्योति सहित विभिन्न परियोजना का कार्यान्वयन किए है। उन्होंने कहा, जनजाति क्षेत्रों में शिक्षा के गुणवत्ता में सुधार के लिए बुनियादी स्तर से कॉलेज तक विभिन्न परियोजना कार्यान्वयन कर रही है।
इसी के अधार पर राज्य सरकार 100 इंग्लिश मीडियम विद्यालयों को विद्याज्योति विद्यालय में पदोन्नत करके सीबीएसई में परिवर्तित किए हैं। उन्होंने कहा, राज्य में विद्यार्थियों के मेडिकल और इंजीनियरिंग का नेशनल लेवल एन्ट्रन्स परीक्षा में सुविधा पाने के लिए सुपर 30 परियोजना में मुख्य कोचिंग का व्यवस्था किया गया है।
छामनु ब्लॉक के बाकछरा में बेकवर्ड रिजन ग्रान्ट फन्ड परियोजना में 1.50 करोड़ रुपए के साथ 1244.56 वर्ग मीटर भूमि में जनजाति छात्रा आवास बनाया गया है। इस दो मंज़िले आवास का ग्राउन्ड फ्लॉर टाँयलेट, किचन, वॉर्डन रूम सहित 15 घर और पहली मंजिल में 2 टाँयलेट सहित 13 घर हैं। उसके बाद मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा मनुघाट सामाजिक स्वास्थ्य केंद्र में 50 बिस्तर वाला अस्पताल के नींव के पत्थर रखे हैं। इस 50 बिस्तर वाले फिल्ड अस्पताल के निर्माण में 3 करोड़ रुपए खर्च होंगे।