
बिजली की मांग को पूरा करने के अलावा सौर ऊर्जा प्रकृति का संतुलन भी बनाए रखती है: ऊर्जा मंत्री
ऑनलाइन डेस्क, 28 अप्रैल 2025: सौर ऊर्जा के माध्यम से उत्पादित बिजली न केवल बिजली की मांग को पूरा करती है, बल्कि प्रकृति का संतुलन भी बनाए रखती है। इसलिए वर्तमान केन्द्र एवं राज्य सरकारों ने सौर ऊर्जा से उत्पन्न बिजली के उपयोग पर महत्व दिया है। ऊर्जा मंत्री राणावतलाल नाथ ने यह बात आज मोहनपुर प्रखंड के रंगाछारा ग्राम पंचायत के देवीपुर आंगनबाड़ी मैदान में सौर गृह प्रकाश व्यवस्था वितरण समारोह में कही।
ऊर्जा मंत्री रतनलाल नाथ ने कहा कि रंगाछारा ग्राम पंचायत को सौर गांव के रूप में चिन्हित किया गया है। यहां 729 परिवार हैं। प्रत्येक घर में दो ट्यूबलाइट जलाने और सौर ऊर्जा से उत्पन्न बिजली का उपयोग करके मोबाइल फोन चार्ज करने की व्यवस्था है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में इस गांव के लोग सौर ऊर्जा से उत्पादित बिजली का उपयोग कर कई समस्याओं का समाधान कर सकेंगे।
विद्युत मंत्री ने कहा कि पीएम सूर्यघर के माध्यम से घर की छत पर सौर पैनल लगाकर जीवनपर्यंत बिजली का लाभ उठाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जो लोग मार्च 2027 तक इस पीएम सूर्यघर का लाभ लेना चाहते हैं, उन्हें सब्सिडी प्रदान की जाएगी। कार्यक्रम में उपस्थित अन्य लोगों में मोहनपुर पंचायत समिति के अध्यक्ष राकेश देब, उपाध्यक्ष संजीव कुमार दास, मोहनपुर पुर परिषद के उपाध्यक्ष शंकर देब, मोहनपुर पंचायत समिति की पूर्व अध्यक्ष रीना देबबर्मा, रंगाछरा पंचायत प्रमुख बैजयंती देबबर्मा, मोहनपुर बीडीओ धृतशेखर रॉय और अन्य शामिल थे।