
राज्य ऋण संगोष्ठी का उद्घाटन, उद्यमियों को आसान बैंक ऋण मिलने से सामाजिक-आर्थिक स्थिति मजबूत होगी: राज्यपाल
ऑनलाइन डेस्क, 25 फरवरी 2025: उद्यमियों को आसान बैंक ऋण उपलब्ध कराने से सामाजिक-आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए हमें घरेलू उत्पादों के उपयोग पर अधिक जोर देना होगा। राज्यपाल इंद्रसेन रेड्डी नन्नू ने आज होटल पोलो टावर में नाबार्ड द्वारा आयोजित राज्य ऋण सेमिनार का उद्घाटन करते हुए यह बात कही। सेमिनार में राज्यपाल ने यह भी कहा, “हमें अब उस योजना की रूपरेखा तैयार करनी चाहिए जिसके साथ हमें विकसित भारत के निर्माण के लिए आगे बढ़ना है।”
यदि राज्य के प्राकृतिक संसाधनों के आधार पर उद्योगों का विकास किया जा सके तो राज्य की वित्तीय स्थिति में सुधार होगा। राज्यपाल एवं अन्य अतिथियों ने सेमिनार के उद्घाटन समारोह में राज्य फोकस पेपर 2025-26 का विमोचन किया।
इस अवसर पर बोलते हुए राज्यपाल इंद्रसेन रेड्डी नन्नू ने कहा कि यदि उद्योगों का विकास होगा तो रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। स्थानीय लोगों को अगर, रानी अनानास, रबर, चाय और बांस जैसे प्राकृतिक संसाधनों पर आधारित उद्योग विकसित करने के लिए बेहतर गुणवत्ता वाला प्रशिक्षण प्रदान किया जाना चाहिए। कार्यक्रम में राज्यपाल ने कहा कि मत्स्य पालन के माध्यम से राज्य में रोजगार और आर्थिक लाभ की अपार संभावनाएं हैं।
इस अवसर पर उद्योग एवं वाणिज्य विभाग की सचिव किरण गीते ने राज्य के विभिन्न वित्तीय संस्थानों से राज्य के उद्यमियों को ऋण तक आसान पहुंच उपलब्ध कराने का आग्रह किया। इस कार्यक्रम में भारतीय रिजर्व बैंक की त्रिपुरा शाखा के महाप्रबंधक सुरेन्द्र निडार और वित्त विभाग के सचिव अपूर्व रॉय सहित अन्य ने भी अपने विचार रखे। नाबार्ड की त्रिपुरा शाखा के महाप्रबंधक अनिल एस. कोटमेयर ने कार्यक्रम में स्वागत भाषण दिया। नाबार्ड के डीजीएम राजेश चांदेकर ने धन्यवाद ज्ञापन किया।