
विकास परियोजनाओं का क्रियान्वयन मिशन मोड में निर्धारित समय-सीमा में पूरा किया जायः मुख्यमंत्री
ऑनलाइन डेस्क, 07 फरवरी 2024: प्रदेश में जो भी विकास परियोजनाएं चल रही हैं, उन्हें मिशन मोड में तय समय के भीतर पूरा किया जाना चाहिए। इसके अलावा, क्रियान्वित की गई सभी विकास परियोजनाओं की नियमित अनुवर्ती कार्रवाई की भी आवश्यकता है। तभी प्रदेश की जनता को योजनाओं का समुचित लाभ मिल सकेगा। आज अगरतला। मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा ने यह बात त्रिपुरा इंस्टीट्यूशन फॉर ट्रांसफॉर्मेशन (टीआईएफटी) मेमोरियल श्यामाप्रसाद मुखर्जी के मुख्यमंत्री वॉर रूम में आयोजित दूसरी समीक्षा बैठक में कही। बैठक में राज्य में विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गयी।
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास परियोजना के क्रियान्वयन में जिलाधिकारी सहित विभिन्न विभागों के संबंधित पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश के विभिन्न जनपदों के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बन्धित जनपदों की विभिन्न विकास परियोजनाओं की प्रगति की जानकारी ली गयी। बैठक में टीआईएफटी के सीईओ किरण गिते ने पहली बैठक में लिए गए निर्णयों पर विस्तार से चर्चा की।
बैठक में मुख्यमंत्री ने त्रिपुरासुंदरी मंदिर के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए और अधिक धनराशि की मांग करते हुए केंद्र सरकार को एक प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि मंदिर के विकास के लिए और अधिक धनराशि उपलब्ध कराने के लिए दाता मंत्रालय से पहले ही चर्चा हो चुकी है. मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को शीघ्र प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने राज्य में राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण की प्रगति की भी जानकारी ली. इस संदर्भ में सचिव किरण गिते ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर लगभग 60 से 70 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. बाकी काम भी तेजी से चल रहा है. मुख्यमंत्री ने राज्य में रोपवे के कार्य की प्रगति की विस्तार से जानकारी ली. मुख्यमंत्री के समक्ष अगरतला स्मार्ट सिटी परियोजना की प्रगति प्रस्तुत की गयी।
इस संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि अगरतला शहर में सीसीटीवी ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं, इसकी नियमित निगरानी जरूरी है. उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक स्थानों पर सीसीटीवी लगाने का भी निर्देश दिया. उन्होंने एयरपोर्ट रोड के सौंदर्यीकरण पर भी जोर दिया। बैठक में टीआईएफटी के सीईओ किरण गिते ने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी), प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), समित्व योजना, प्रधानमंत्री स्वनिधि, पीएमईजीपी, मुख्यमंत्री चाय श्रमिक कल्याण योजना की प्रगति प्रस्तुत की। बैठक में मुख्य सचिव जेके सिन्हा ने जिलाधिकारियों को जिले की विभिन्न परियोजनाओं के क्रियान्वयन में नवाचार के क्षेत्र में विशिष्ट उदाहरणों के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार के लिए प्रस्ताव भेजने का कार्य तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया।
बैठक में राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव पुनित अग्रवाल, सूचना एवं संस्कृति विभाग के सचिव. लोक निर्माण विभाग के सचिव पीके चक्रवर्ती, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव अभिषेक सिंह. संदीप ए राठौड़, मुख्यमंत्री के ओएसडी परमानंद सरकार बनर्जी, विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।








