♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

प्रदेश की पारंपरिक मिश्रित संस्कृति की बहती धारा में दिखी अनेकता में एकता : मुख्यमंत्री

ऑनलाइन डेस्क, 13 अप्रैल 2023। राज्य सरकार चाहती है कि राज्य के सभी हिस्सों के लोगों में एकता, एकजुटता मजबूत और मजबूत हो। मेलों और मेलों के माध्यम से यह एकता मजबूत होती है।

राज्य की वर्तमान सरकार जातीय समूहों की एकता और उनके सर्वांगीण विकास के लिए संकल्पित है। मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा ने आज अगरतला के स्वामी विवेकानंद मैदान में 49वें राज्य आधारित बीजू मेले का उद्घाटन करते हुए यह बात कही।

उन्होंने कहा कि बीजू चकमा समुदाय का सबसे बड़ा और पारंपरिक त्योहार है। बीजू पर्व मूल रूप से पुराने साल को अलविदा कहने और नए साल के स्वागत का त्योहार है।

अगरतला में आज इतना भव्य आयोजन होना बड़ी सफलता है। राज्य सरकार चकमा आदिवासी समुदाय की संस्कृति और परंपराओं को विकसित करने में भी रुचि रखती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की पारंपरिक मिश्रित संस्कृति अनेकता में एकता को दर्शाती है।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वर्तमान केंद्र और राज्य सरकारें देश और राज्यों के बीच इस एकता को बनाए रखने के लिए हमेशा प्रयासरत हैं. त्रिपुरा राज्य में 19 जातीय समूह हैं।

सरकार हर जातीय समूह के विकास के लिए कार्यक्रम चला रही है उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों से रीसा जनजाति को सार्वभौम दर्जा मिला है. अगरतला हवाई अड्डे का नाम आधुनिक त्रिपुरा के निर्माता महाराजा वीर विक्रम माणिक्य के नाम पर रखा गया है।

अगरतला शहर के जीरो प्वाइंट कामंचौमुहानी में महाराजा बीरविक्रम किशोर माणिक्य की स्मारक प्रतिमा पहले ही स्थापित की जा चुकी है। राज्य के 12 आदिवासी बहुल ब्लॉकों को आकांक्षी ब्लॉक घोषित किया गया है।

जहां आदिवासियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए विशेष महत्व दिया गया है। आदिवासी छात्रों की शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए बोर्डिंग हाउस स्टाइपेंड बढ़ाया गया है।

वर्तमान राज्य सरकार के प्रयासों से 4 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय प्रारंभ किए गए हैं। आदिवासियों की सांस्कृतिक संस्कृति को विकसित करने के लिए 16 और एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय स्थापित किए जाएंगे।

लंबूचरा में जनजातीय अनुसंधान एवं सांस्कृतिक संस्थान नामक संग्रहालय खोला जाएगा। उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री संथाना चकमा ने इस आयोजन में कहा कि इस तीन दिवसीय मेले के माध्यम से चकमा समुदाय के विभिन्न रीति-रिवाजों और परंपराओं को उजागर किया जाएगा. उन्होंने सभी से शांति और व्यवस्था के साथ मेले का आनंद लेने का आग्रह किया।

उन्होंने मेले की सर्वांगीण सफलता की कामना की। 49वें राज्य बीजू मेला समिति के अध्यक्ष तुषार कांति चकमा ने स्वागत भाषण दिया। वरिष्ठ पत्रकार शरत रंजन खीसा, विधायक शंभूलाल चकमा ने भी विचार रखे।

युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री टिंकू राय, अगरतला पूर्णिगाम के महापौर दीपक मजूमदार, पश्चिम जिलाधिकारी और कलेक्टर देबप्रिय वर्धन उपस्थित थे। त्रिपुरा राज्य चकमा सामाजिक परिषद के प्रदेश अध्यक्ष देवजन चकमा ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

आप अपने सहर के वर्तमान बिधायक के कार्यों से कितना संतुष्ट है ?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Close
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129