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नज़रुल कलाक्षेत्र में राष्ट्रीय लकड़ी नक्काशी शिविर, त्रिपुरा खुद को संस्कृति-कला-उद्योग के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्य के रूप में उजागर करना चाहता है: युवा मामले और खेल मंत्री

ऑनलाइन, 15 मार्च, 2023। त्रिपुरा संस्कृति-कला-उद्योग के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्य के रूप में अपनी पहचान बनाना चाहता है। प्रतिभाशाली कलाकारों की कमी नहीं है। इनका सही इस्तेमाल करना चाहिए।

युवा मामले और खेल मंत्री टिंगकू रॉय ने आज दोपहर नज़रुल कलाक्षेत्र में राष्ट्रीय लकड़ी नक्काशी शिविर के उद्घाटन के अवसर पर यह बात कही। शिविर का उद्घाटन ललित कला अकादमी के अध्यक्ष वी नागदाश ने किया।

इस शिविर में प्रदेश व देश के 50 कलाकारों ने भाग लिया है। उद्घाटन समारोह में युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सभी आवश्यक पहल करेगी ताकि वर्तमान उम्र के बच्चों की प्रतिभा का विकास हो सके।

राज्य सरकार विभिन्न क्षेत्रों में काफी सकारात्मक रुख के साथ आगे बढ़ रही है। राज्य सरकार त्रिपुरा को विभिन्न क्षेत्रों में आत्मनिर्भर राज्य के रूप में विकसित करने की दिशा में काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि इस राज्य में संस्कृति और कला के क्षेत्र में प्रतिभावान कलाकारों की कोई कमी नहीं है। सभी संबंधित ध्यान दें ताकि उन्हें आर्थिक लाभ हो सके।

विशेष रूप से लकड़ी की नक्काशी के मामले में, यह सुनिश्चित करना होगा कि आधुनिक मशीनरी के आने से प्रतिभाशाली कलाकारों को नुकसान न हो।

इस अवसर पर बोलते हुए सहकारिता मंत्री श्री शुक्लचरण नोयतिया ने कहा कि इस शिविर में देश भर के विशेषज्ञों के शामिल होने से प्रदेश के बच्चों को लाभ मिलेगा। साहित्य, कला, संस्कृति आदि क्षेत्रों में युवा वर्ग जितना आगे बढ़ेगा, उतना ही उसे लाभ होगा।

उन्होंने उम्मीद जताई कि इस तरह के आयोजन राज्य को आगे ले जाने में अहम भूमिका निभाएंगे। आयोजन में ललित कला अकादमी के अध्यक्ष वी नागदाश ने कहा, हमारा देश भारत अब एक सांस्कृतिक क्षति बन गया है।

इस देश के निर्माण में कलाकारों की भी बड़ी भूमिका होती है। इस देश के युवाओं को संस्कृति और कला के क्षेत्र में और अधिक प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा, त्रिपुरा और उत्तर पूर्वी क्षेत्र पर जितना अधिक काम होगा, हमारा देश उतना ही समृद्ध होगा। सूचना एवं संस्कृति विभाग के निदेशक रतन बिस्वास ने कहा कि कला और संस्कृति के अलावा कुछ सोचा ही नहीं जा सकता।

इस क्षेत्र के विकास के लिए विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं। ललित कला अकादमी ने पिछले पांच वर्षों में प्रदेश में काफी अच्छा काम किया है अपनी भूमिका जारी रखने के लिए होगा ईजेडसीसी की पूर्व निदेशक गौरी बसु ने कहा कि त्रिपुरा के कलाकारों को समृद्ध बनाने के लिए काम किया जा रहा है। इस कैंप में देश भर से कई नामचीन कलाकार आ चुके हैं। उनके साथ काम कर यहां के युवा कलाकार खुद को समृद्ध बना सकते हैं।

आयोजन में राजकीय कला एवं शिल्प महाविद्यालय के प्राचार्य अभिजीत भट्टाचार्य ने कहा कि अगले कुछ दिनों में कला महाविद्यालय के 30 छात्र देश के प्रसिद्ध कलाकारों के साथ काम कर सकेंगे.।

इसमें कोई शक नहीं कि इस राज्य के कलाकारों को फायदा होगा ललित कला अकादमी के सदस्य सुमन मजुमदार ने स्वागत भाषण में कहा कि इस शिविर में भाग लेने के लिए देश भर से 20 कलाकार यहां आए हैं।

इस शिविर में भाग लेने के लिए देश भर के कलाकारों का स्वागत किया जाता है। ज्ञात हो कि यह शिविर आज से शुरू होकर 22 मार्च तक चलेगा।

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