
राज्य सरकार ग्रामीण इलाकों में लोगों की सामाजिक-आर्थिक हालत सुधारने के लिए रबर की खेती और दूसरे सेक्टर को बढ़ावा दे रही है: इंडस्ट्रीज़ मिनिस्टर
ऑनलाइन डेस्क, 19 नवंबर, 2025: राज्य सरकार ग्रामीण इलाकों में लोगों की सामाजिक-आर्थिक हालत सुधारने के लिए रबर की खेती और दूसरे सेक्टर को बढ़ावा दे रही है। राज्य सरकार महिलाओं को सेल्फ-हेल्प ग्रुप बनाने और अपने प्रोडक्ट बेचने के मौके भी दे रही है। अभी त्रिपुरा रबर प्रोडक्शन में दूसरे नंबर पर है। ज़्यादा जगहों पर रबर की खेती करके राज्य को पहले नंबर पर लाना चाहिए। आज प्रज्ञा भवन में रबर बोर्ड की तरफ से आयोजित MROBE नेशनल अवॉर्ड सेरेमनी 2025 का उद्घाटन करते हुए इंडस्ट्रीज़ और कॉमर्स मिनिस्टर सांत्वना चकमा ने यह बात कही। इवेंट में इंडस्ट्रीज़ मिनिस्टर ने कहा कि अभी राज्य में 133.809 हेक्टेयर ज़मीन पर रबर की खेती हो रही है। 116.058 मीट्रिक टन रबर का प्रोडक्शन हो रहा है।
राज्य को आत्मनिर्भर बनाने में रबर की खेती का खास रोल है। जुमिया लोगों को फिर से बसाया जा रहा है और उन्हें रबर की खेती से जोड़ा जा रहा है। मौजूदा राज्य सरकार ने राज्य में इंडस्ट्री को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। राज्य में नई इंडस्ट्रियल पॉलिसी की घोषणा की गई है। इससे सफलता भी मिल रही है। पिछले कुछ सालों में 120 इंडस्ट्रियलिस्ट ने बाहरी राज्यों में 3800 करोड़ रुपये इन्वेस्ट करने की पहल की है। राज्य में रबर इंडस्ट्री की तरक्की के लिए मुख्यमंत्री रबर मिशन प्रोजेक्ट के तहत 5 साल के अंदर 30 हजार हेक्टेयर में नए रबर गार्डन बनाने का काम चल रहा है।
इंडस्ट्री और कॉमर्स मिनिस्टर ने सभी वर्गों के लोगों से राज्य की सोशियो-इकोनॉमिक हालत को बेहतर बनाने के लिए आगे आने की अपील की। इवेंट में इंडस्ट्री और कॉमर्स डिपार्टमेंट की सेक्रेटरी किरण गिट्टे ने राज्य में रबर की खेती की तरक्की पर रोशनी डाली। उन्होंने कहा कि शांतिरबाजार में एक रबर पार्क बनाया जा रहा है। रबर बोर्ड ऑफ इंडिया के जॉइंट रबर प्रोडक्शन कमिश्नर एन सैली ने वेलकम स्पीच दी। इवेंट की अध्यक्षता रबर बोर्ड के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एम वसंतागेशन ने की। रबर बोर्ड ऑफ इंडिया के डॉ. विनय के कुरियन ने धन्यवाद दिया। इस कार्यक्रम में मेहमानों ने राज्य और राज्य के बाहर से आए 26 लोगों को पुरस्कार, सर्टिफिकेट और पुरस्कार राशि दी।








