
शिक्षा के साथ-साथ आदिवासी छात्र खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी आगे आएँ: आदिवासी कल्याण मंत्री
ऑनलाइन डेस्क, 10 अक्टूबर, 2025: वर्तमान राज्य सरकार आदिवासी बालक-बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न विकास परियोजनाओं को प्राथमिकता के साथ क्रियान्वित कर रही है। वर्तमान सरकार एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के निर्माण सहित नए छात्रावासों का निर्माण कर रही है।
यह बात आदिवासी कल्याण मंत्री विकास देबबर्मा ने कल शांतिरबाजार उपजिले के बकाफा आश्रम अंग्रेजी माध्यम कक्षा 12वीं विद्यालय के प्रांगण में आयोजित 33वें राज्य स्तरीय हाजगिरी उत्सव के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कही। आदिवासी कल्याण मंत्री ने छात्र समुदाय से नशामुक्त त्रिपुरा बनाने के लिए शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी आगे आने का आग्रह किया।
इस कार्यक्रम में बोलने वाले अन्य अतिथियों में विधायक प्रमोद रियात, टीटीएएडीसी के सूचना और संस्कृति विभाग के कार्यकारी सदस्य सोहेल देबबर्मा, टीटीएएडीसी के भूमि अभिलेख और निपटान विभाग के कार्यकारी सदस्य भबररंजन रियात, एमडीसी भूमिखानंद रियांग, शांतिरबाजार पुर परिषद की अध्यक्ष स्वप्ना वैद्य आदि शामिल थे। इस कार्यक्रम में बकाफा पंचायत समिति के अध्यक्ष कृष्णा रियात, ब्लू सामाजिक सांस्कृतिक संगठन के उपाध्यक्ष रवींद्र रियात, शांतिरबाजार उप-मंडल के उप-मंडल प्रशासक संजीव चकमा आदि भी उपस्थित थे।
अतिथियों ने कार्यक्रम में प्रख्यात लेखिका गुनबती रियांग द्वारा लिखित पुस्तक ‘गुनबती रियांग एर जीवन काहिनी’ का अनावरण किया। राज्य सरकार के 33 विभागों ने महोत्सव में प्रदर्शनी स्टॉल खोले। असम, नागालैंड, त्रिपुरा के लगभग 600 कलाकारों ने हाजगिरी उत्सव में नृत्य और संगीत का प्रदर्शन किया








