
जीबीपी अस्पताल के न्यूरोलॉजी विभाग में राखी बंधन उत्सव
ऑनलाइन डेस्क, 15 अगस्त, 2025: राज्य के मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा की गहरी रुचि से, न्यूरोलॉजी विभाग को चिकित्सा सेवाएँ प्रदान करने में एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त हुआ है। इसके अतिरिक्त, स्वास्थ्य निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) तपन मजूमदार की भूमिका भी इस विभाग के विकास में निर्विवाद है। 12 अगस्त को न्यूरोलॉजी विभाग में राखी बंधन उत्सव मनाया गया। अगरतला राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं जीबीपी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शंकर चक्रवर्ती मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
उन्होंने वार्ड में एक-एक करके मरीजों से बात की। इस अवसर पर न्यूरोलॉजी विभाग के प्रभारी सहायक प्रोफेसर डॉ. अबीर लाल नाथ, न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. अर्पण मित्रा और अन्य डॉक्टर एवं अस्पताल कर्मचारी भी उपस्थित थे। न केवल बहनों ने, बल्कि डॉक्टरों, जीडीए कर्मचारियों और बहनों ने भी मरीजों को राखी बाँधी। दूर-दूर से आई एक बुजुर्ग महिला मरीज ने राखी बांधने के बाद अपनी आँखें पोंछते हुए कहा, “आज मुझे लग रहा है कि मैं अकेली नहीं हूँ, मेरा भी एक परिवार है।” राखी बांधने के बाद मरीजों को फल दिए गए।
डॉ. शंकर चक्रवर्ती ने अपने संक्षिप्त भाषण में कहा कि इलाज का मतलब सिर्फ़ शरीर की बीमारियों को ठीक करना नहीं है, बल्कि मन का ख्याल रखना भी उतना ही ज़रूरी है। आज की यह छोटी सी पहल मरीजों में नई हिम्मत और खुशी लाएगी। कार्यक्रम के अंत में मरीजों, उनके परिजनों और कर्मचारियों के बीच मिठाइयाँ और फल वितरित किए गए। न्यूरोलॉजी विभाग का हर सदस्य गौरवान्वित है, क्योंकि उन्हें पता है कि इलाज के साथ-साथ यह मानवीय स्पर्श ही मरीज़ की सेहत के लिए सबसे बड़ी दवा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी गई।








