
लोकनाथ मंदिर में पाठ्यपुस्तक वितरण समारोह में मुख्यमंत्री, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का प्रसार राज्य सरकार का लक्ष्य
ऑनलाइन डेस्क, 6 अगस्त, 2025: यदि वर्तमान पीढ़ी को वास्तविक शिक्षा से शिक्षित नहीं किया जा सकता, तो एक सुंदर समाज का निर्माण नहीं हो सकता। वास्तविक शिक्षा से ही अज्ञानता से ज्ञान प्राप्त कर ज्ञानी बन सकते हैं। और वास्तविक शिक्षा की पहली गुरु माँ होती है। पाठ्यपुस्तक शिक्षा के साथ-साथ आज की पीढ़ी के बच्चों में समाज में दूसरों की सेवा और मदद करने की मानसिकता का निर्माण होना आवश्यक है।
आज अगरतला के बाबा लोकनाथ मंदिर में विभिन्न विद्यालयों के छात्रों के लिए पाठ्यपुस्तक वितरण समारोह में बोलते हुए मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा ने यह बात कही। समारोह में मुख्यमंत्री ने आधिकारिक तौर पर दस छात्रों को पाठ्यपुस्तकें सौंपीं। बाबा लोकनाथ सेवाश्रम संस्था द्वारा टीबीएसई और सीबीएसई द्वारा संचालित 19 विद्यालयों के ग्यारहवीं कक्षा के कुल 95 छात्रों को पाठ्यपुस्तकें दी गईं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के प्रसार के लिए राज्य सरकार राज्य के प्रत्येक शैक्षणिक संस्थान में बुनियादी ढांचे और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए काम कर रही है।
राज्य सरकार का लक्ष्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का विस्तार करना है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के विस्तार के लिए राज्य में राष्ट्रीय शिक्षा नीति शुरू की गई है। उच्च शिक्षा के विस्तार में भी त्रिपुरा ने काफी प्रगति की है। राज्य में एक केंद्रीय विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय लॉ कॉलेज है, एमबीबीएस सीटों में 400 की वृद्धि हुई है, बीएससी, नर्सिंग पाठ्यक्रम की सीटों में 50 की वृद्धि हुई है, और एक डेंटल कॉलेज शुरू किया गया है। उच्च शिक्षा के विस्तार के लिए और पहल की जाएगी।
उन्होंने छात्रों से शिक्षा के साथ-साथ सही ज्ञान प्राप्त करके त्रिपुरा का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने की मानसिकता विकसित करने का आग्रह किया। कार्यक्रम को अन्य लोगों के अलावा महिला महाविद्यालय की प्राचार्या शर्वरी नाथ ने संबोधित किया और कार्यक्रम की अध्यक्षता बाबा लोकनाथ सेवाश्रम संस्था के अध्यक्ष संजय पाल ने की। अगरतला पूर्णिगम के मेयर और विधायक दीपक मजूमदार विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे, और स्वागत भाषण बाबा लोकनाथ सेवाश्रम संस्था के सचिव अमूल्य भट्टाचार्य ने दिया। अगरतला पूर्णिगम की पार्षद रत्ना दत्ता उपस्थित थीं।








