
राजनीतिक हिंसा में जान गंवाने वालों के 18 परिजनों को दी गई सरकारी नौकरी: कृषि मंत्री
ऑनलाइन डेस्क, 21 जून, 2025: राज्य सरकार वर्ष 2018 तक पूरे राज्य में राजनीतिक हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों के साथ खड़ी रही है। परिवारों के आवेदनों के आधार पर अब तक 18 लोगों को सरकारी नौकरी दी जा चुकी है। राजनीतिक हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों की ओर से सरकारी नौकरी के लिए 39 आवेदन जमा किए गए हैं।
इसकी घोषणा कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री रतन लाल नाथ ने आज सचिवालय के प्रेस कांफ्रेंस हॉल में प्रेस कांफ्रेंस में की। राजनीतिक हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को सरकारी सहायता उपलब्ध कराने के लिए राजनीतिक हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों के सदस्यों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्राप्त आवेदनों की जांच के लिए फ्रूटिनी समिति नामक संयुक्त समिति का गठन किया गया है। कृषि मंत्री रतन लाल नाथ इस फ्रूटिनी समिति के अध्यक्ष हैं।
उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि 19 जून को इस संयुक्त समिति की बैठक हुई थी। संयुक्त समिति बैठक की रिपोर्ट बाद में राज्य सरकार को सौंपेगी। उन्होंने कहा कि 1983 से 2018 तक राज्य में राजनीतिक प्रतिशोध में कई लोगों की जान चली गई। सरकार ने उन परिवारों की मदद के लिए निष्पक्ष लोकतंत्र के सम्मान के साथ यह फैसला लिया है।