
राष्ट्रों और जनजातियों की संस्कृति और विरासत की रक्षा के लिए ईमानदारी से प्रयास किए जा रहे हैं: मुख्यमंत्री
ऑनलाइन डेस्क, 10 जून, 2025: लोगों की समस्याओं में उनके साथ खड़ा होना ही सच्चा धर्म है। एक-दूसरे के प्रति प्रेम और स्नेह ही धर्म का मूलमंत्र है। राज्य की वर्तमान सरकार भी लोगों की मूलभूत समस्याओं के समाधान के लिए हमेशा प्रयासरत है।
यह बात आज मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ) माणिक साहा ने केर चौमुनी में शिव-काली मंदिर के 32वें स्थापना दिवस के अवसर पर जरूरतमंदों के बीच सामग्री वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेते हुए अपने भाषण में कही। उन्होंने कहा कि समाज में नास्तिकता समाप्त होकर अब आस्तिकता का वातावरण देखने को मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार देश की संस्कृति, संस्कार और विरासत की रक्षा और पुनरुद्धार में जिम्मेदारी से भूमिका निभा रही है।
राज्य की वर्तमान सरकार भी उसी दिशा में काम कर रही है। उदयपुर में माता त्रिपुरेश्वरी मंदिर को दुनिया के सामने लाने के लिए विभिन्न योजनाएं बनाई गई हैं। इसके साथ ही राष्ट्रों और जनजातियों की संस्कृति की रक्षा के लिए ईमानदारी से प्रयास किए जा रहे हैं। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान केंद्र व राज्य सरकार हाल में शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। पूर्वोत्तर में शांति व सौहार्द बनाए रखने के लिए कई समझौते पहले ही हो चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक्ट ईस्ट नीति ने पूर्वोत्तर के विकास को गति दी है। पूर्वोत्तर के विकास की आज पूरे देश में सराहना हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस केर चौमुहानी पर कभी केर पूजा की जाती थी। बाद में यहां मंदिर की स्थापना की गई। इस लिहाज से इस मंदिर का ऐतिहासिक महत्व है। मुख्यमंत्री ने आज की इस नेक पहल के लिए मंदिर प्रशासन की सराहना की।
कार्यक्रम शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री ने मंदिर में पूजा-अर्चना की। कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने जरूरतमंदों को वस्त्र वितरित किए। कार्यक्रम में अगरतला नगर निगम के मेयर व विधायक दीपक मजूमदार, प्रख्यात वकील कल्याण भट्टाचार्य, प्रख्यात पत्रकार देवाशीष भट्टाचार्य आदि भी मौजूद थे।