
कांस्टेबल पदों के लिए 332 महिलाओं समेत 975 लोगों को ऑफर मिले, 218 को सब इंस्पेक्टरों की भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू होगी: मुख्यमंत्री
ऑनलाइन डेस्क, 13 मई, 2025: मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा ने राज्य पुलिस में नवनियुक्त कांस्टेबलों से अपने पेशेवर कर्तव्यों का पालन करते हुए जनहित में काम करने का आग्रह किया है। राज्य सरकार की पारदर्शी भर्ती नीति और नौकरी पाने वालों की कड़ी मेहनत का ही नतीजा है कि आज उन्हें ऑफर मिले हैं और उनके सपने साकार हुए हैं।
मुख्यमंत्री प्रो. (डॉ.) माणिक साहा ने आज अगरतला में रवींद्र शताब्दी भवन में त्रिपुरा पुलिस के नवनियुक्त कांस्टेबलों के लिए नियुक्ति पत्र वितरण समारोह का उद्घाटन करते हुए यह बात कही। आज इस समारोह के माध्यम से कुल 975 लोगों को राज्य पुलिस कांस्टेबल के पद पर नियुक्ति पत्र दिये गये। इनमें से 643 पुरुष और 332 महिलाएं हैं। कार्यक्रम के मंच पर मुख्यमंत्री और अन्य अतिथियों ने कुछ नौकरी प्राप्तकर्ताओं को नियुक्ति पत्र सौंपे।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन नौकरी चाहने वालों के लिए यादगार दिन है। नौकरी पाने वालों में से कुछ लोग अपने परिवार में पहली बार सरकारी नौकरी पाने वाले हो सकते हैं। परिणामस्वरूप, निस्संदेह उनके परिवार में एक नई आशा का संचार होगा। वास्तव में आज का दिन राज्य के युवाओं को रोजगार दिलाने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर कहा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन में पारदर्शिता और गति लाने के लिए विभिन्न विभागों में नये पद सृजित करने तथा पुराने पदों को भरने की पहल की गई है। सरकार राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास और अंतिम व्यक्ति के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने सहित आर्थिक आधार को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब से यह सरकार सत्ता में आई है, पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया को कायम रखते हुए इस वर्ष मार्च तक लोगों को कुल 17,554 सरकारी नौकरियां दी गई हैं, जिनमें स्थायी नियुक्ति भी शामिल है। अकेले 2025 में अब तक 4,499 लोगों को सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र मिल चुका है। सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की नीति के अनुरूप आज 332 महिलाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए। परिणामस्वरूप, महिलाएं आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त होंगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही 916 अतिरिक्त पुलिस कांस्टेबलों की भर्ती को मंजूरी दे दी है। सरकार द्वारा अनुमोदित 218 उप-निरीक्षकों की भर्ती प्रक्रिया भी जल्द ही शुरू होगी। इसके अलावा, 6,067 विशेष अधिकारियों के लिए नामांकन प्रक्रिया चल रही है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कानून का राज स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को बिना किसी हस्तक्षेप के स्वतंत्र रूप से काम करने का अवसर दिया गया है।
त्रिपुरा पुलिस राज्य में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगातार काम कर रही है। परिणामस्वरूप, समग्र अपराध के मामले में त्रिपुरा देश के 28 राज्यों में तीसरे सबसे निचले स्थान पर पहुंच गया है। महिलाओं के खिलाफ अपराध और शवों के खिलाफ अपराध के मामले में त्रिपुरा 28 राज्यों में आठवें स्थान पर है। संपत्ति संबंधी अपराधों में त्रिपुरा 28 राज्यों में सबसे निचले स्थान पर है। 2023 की तुलना में 2024 में कुल अपराध दर में 19.4 प्रतिशत की कमी आएगी।
इसके अलावा, 2024 की तुलना में 2025 के पहले 4 महीनों में कुल अपराध दर में 10 प्रतिशत की कमी आएगी। भारत के चुनाव आयोग ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव सुचारू रूप से कराने के लिए त्रिपुरा पुलिस और प्रशासनिक व्यवस्था की प्रशंसा की है। महिलाओं के अनुकूल माहौल बनाने के लिए प्रत्येक पुलिस स्टेशन में 24×7 महिला हेल्प डेस्क कार्यरत है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए 1091 महिला हेल्पलाइन संचालित है। राज्य के प्रत्येक जिले में एक-एक महिला पुलिस थाने हैं, कुल 9 महिला पुलिस थाने हैं।
मुख्यमंत्री ने यातायात नियंत्रण के लिए राज्य पुलिस द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान का भी उल्लेख किया। उन्होंने आगे कहा कि 2024 में त्रिपुरा पुलिस के 9,000 से अधिक ट्रायस कार्यक्रमों में 2 लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया। राज्य पुलिस कर्मियों को नए आपराधिक कानून पर भी प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने नशा मुक्त त्रिपुरा के निर्माण के लिए सरकार की शून्य सहनशीलता नीति का भी उल्लेख किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज त्रिपुरा पुलिस में शामिल होने वालों के लिए एक नया अध्याय शुरू हुआ है। उनके सकारात्मक विचार समाज की नजर में विभाग की छवि को निखारेंगे। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि नौकरी चाहने वाले लोग लोगों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इस कार्यक्रम में बोलते हुए राज्यसभा सांसद राजीव भट्टाचार्य ने कहा कि कानून और व्यवस्था सरकार की प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में से एक है।
राज्य पुलिस कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने में अग्रणी भूमिका निभा रही है। पुलिस ईमानदारी और समर्पण के साथ लोगों की सुरक्षा के लिए लगातार काम कर रही है। इस अवसर पर परिवहन मंत्री सुशांत चौधरी, श्रम मंत्री टिंकू रॉय, आदिवासी कल्याण मंत्री विकास देबबर्मा, पशुपालन विकास मंत्री सुधांशु दास, सहकारिता मंत्री शुक्लाचरण नोतिया, अगरतला नगर निगम के महापौर एवं विधायक दीपक मजूमदार, गृह सचिव अभिषेक सिंह एवं अन्य उपस्थित थे। त्रिपुरा पुलिस महानिदेशक अमिताभ रंजन ने कार्यक्रम में स्वागत भाषण दिया। डीजीपी इंटेलिजेंस अनुराग ध्यानकर ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।