
नियुक्ति पत्र वितरण समारोह, मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों में नवनियुक्त कर्मचारियों से जनहित में कार्य करने का किया आग्रह
ऑनलाइन डेस्क, 27 अप्रैल, 2025: मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ) माणिक साहा ने राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में नवनियुक्त कर्मचारियों से जनहित में काम करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार पारदर्शिता के साथ भर्ती नीतियां बनाकर सरकारी नौकरियां उपलब्ध करा रही है। आज जो भी लोग सरकारी नौकरियों में आये हैं, उन्हें उनकी योग्यता के आधार पर नौकरी मिली है। इस मामले में किसी परिचित ने उन्हें नौकरी दिलाने में मदद नहीं की।
यह राज्य सरकार की पारदर्शी भर्ती नीति के कारण संभव हो पाया है। इसलिए मुख्यमंत्री ने उपस्थित सभी लोगों से पारदर्शिता के साथ समय पर कार्य पूरा करने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री प्रो. (डॉ.) माणिक साहा ने आज अगरतला के रवींद्र शताब्दी भवन में राज्य सरकार के लोक निर्माण विभाग, समाज कल्याण और सामाजिक शिक्षा विभाग और त्रिपुरा राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड में नव नियुक्त नौकरी उम्मीदवारों के लिए नियुक्ति पत्र वितरण समारोह का उद्घाटन करते हुए यह विचार व्यक्त किए।
गौरतलब है कि समारोह में लोक निर्माण विभाग में 197 लोगों को जूनियर इंजीनियर तथा समाज कल्याण एवं समाज शिक्षा विभाग में 100 सीडीपीओ की नियुक्ति की गई। और आई.सी.डी.एस. त्रिपुरा राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड में पर्यवेक्षक के पदों के लिए 126 और सहायक प्रबंधक, कैश कम जनरल क्लर्क और मल्टी-टास्किंग स्टाफ के पदों के लिए 156 सहित कुल 479 लोगों को नौकरी के नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। कार्यक्रम के मंच पर मुख्यमंत्री व अन्य अतिथियों ने प्रतीकात्मक रूप से कुछ लोगों को नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे। कार्यक्रम की शुरुआत में हाल ही में कश्मीर के पहलगांव में हुए आतंकवादी हमले में मारे गए पर्यटकों की याद में एक मिनट का मौन रखा गया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा ने भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने का जो लक्ष्य लिया है, उस दिशा में राज्य सरकार भी दृढ़ संकल्प के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि 2025 तक अब तक 3,296 लोगों को सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र मिल चुका है। वित्तीय वर्ष 2018-19 से अब तक राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में कुल 16,942 लोगों की नियुक्ति की गई है।
इसके अलावा विभिन्न सरकारी विभागों में आउटसोर्सिंग एवं संविदा के आधार पर 5,771 लोगों की नियुक्ति की गई है। त्रिपुरा औद्योगिक विकास निगम ने पिछले तीन वर्षों में राज्य के औद्योगिक क्षेत्रों में 1,617 नौकरियां सृजित की हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सहकारिता के माध्यम से प्रदेश में रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं। लगभग 9 लाख लोग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से सहकारी समिति से जुड़े हुए हैं।
वर्तमान में, त्रिपुरा ग्रामीण आजीविका मिशन की पहल के तहत राज्य में 53,623 स्वयं सहायता समूह गठित किए गए हैं। इससे 4 लाख से अधिक महिलाएं जुड़ी हुई हैं। त्रिपुरा शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत 5,941 स्वयं सहायता समूहों से 63,000 से अधिक महिलाएं जुड़ी हुई हैं। राज्य में वर्तमान में 91,871 लखपति बहनें हैं।
कार्यक्रम में बोलते हुए समाज कल्याण एवं सामाजिक शिक्षा मंत्री टिंकू रॉय ने कहा कि यह विभाग आम लोगों और समाज के लिए काम करने का एक महत्वपूर्ण मंच है। उन्होंने वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट के माध्यम से दिव्यांगों के कल्याण सहित विभाग की विभिन्न लोक कल्याणकारी परियोजनाओं पर प्रकाश डाला। समाज कल्याण एवं सामाजिक शिक्षा मंत्री ने अपने भाषण में कहा कि राज्य सहकारी बैंक के कर्मचारी ग्रामीण अर्थव्यवस्था में तथा लोक निर्माण विभाग के नवनियुक्त कर्मचारी राज्य के बुनियादी ढांचे के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
कार्यक्रम में बोलते हुए सहकारिता मंत्री शुक्लाचरण नोतिया ने कहा कि नौकरी चाहने वालों का चयन राज्य सरकार की पारदर्शी भर्ती नीति के तहत किया गया है। सत्ता में आने के बाद सरकार ने ई-ऑफिस और ई-कैबिनेट सहित विभिन्न प्रौद्योगिकी आधारित सुविधाएं शुरू की हैं। कार्यक्रम में अपने स्वागत भाषण में मुख्य सचिव जे.के. सिन्हा ने नवनियुक्त कर्मचारियों से वर्तमान बदलते युग में तकनीकी विकास का उपयोग करके जिम्मेदारी के साथ सरकारी काम में तेजी लाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा को विभिन्न विकास कार्यक्रमों के कार्यान्वयन में उत्कृष्टता के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में लोक निर्माण विभाग की सचिव किरण गित्ते, समाज कल्याण एवं सामाजिक शिक्षा विभाग के सचिव तपस रॉय तथा मुख्यमंत्री के सचिव अपूर्व रॉय भी उपस्थित थे।