
प्रधानमंत्री सौरघर मुफ्त बिजली योजना के तहत राज्य में 12,800 सोलर प्लांट लगाने का काम पूरा हो चुका है: बिजली मंत्री
ऑनलाइन डेस्क, 17 मार्च 2025: ‘प्रधानमंत्री सूर्याघर मुफ्त बिजली योजना’ बिजली बचाने और अपने परिवार की आय बढ़ाने में मदद करेगी। ऊर्जा मंत्री रतनलाल नाथ ने आज जिरानिया उपजिला के रानीरगांव स्कूल परिसर में प्रधानमंत्री सूर्याघर निशुल्क बिजली योजना पंजीयन शिविर के उद्घाटन अवसर पर यह बात कही।
उन्होंने सभी से इस योजना का लाभ उठाने का आग्रह किया तथा कहा कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य आवासीय परिवारों को अपने घरों की छतों का उपयोग करके स्वयं बिजली उत्पन्न करने में सक्षम बनाना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के प्रत्येक बिजली उपभोक्ता के लाभ के लिए 13 फरवरी, 2024 को इस योजना का शुभारम्भ किया है।
इस प्लांट की स्थापना के लिए सौर ऊर्जा संयंत्र की क्षमता के अनुसार सरकारी सब्सिडी प्रदान की जा रही है। तीन किलोवाट के सौर संयंत्र के लिए 85,800 टका तक की सब्सिडी प्रदान की जाएगी। इसके अलावा, आवासीय बिजली उपभोक्ताओं को 1 किलोवाट सौर संयंत्र के लिए 65,000 टका खर्च करने पर 33,000 टका की सब्सिडी दी जाएगी।
यदि 2 किलोवाट की लागत लगभग 1 लाख 30 हजार टका है तो 66 हजार टका की सब्सिडी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि एक किलोवाट के सोलर प्लांट से हर माह करीब 100 यूनिट बिजली पैदा होती है। इससे न केवल आपके घर में बिजली की बचत होती है, बल्कि अतिरिक्त बिजली बेचकर आपकी आय भी बढ़ती है। उन्होंने बताया कि इस प्लांट को घर की छत, आंगन या टिन की छत सहित कहीं भी स्थापित किया जा सकता है। एक पौधे का जीवनकाल लगभग 25 वर्ष होता है।
ऊर्जा मंत्री रतन लाल नाथ ने कहा कि हमारे राज्य के साथ-साथ पूरे देश के लोगों को इस योजना का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए राज्य में विभिन्न स्थानों पर शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में राज्य में 50 हजार सौर ऊर्जा पैनल लगाने का लक्ष्य रखा गया है। 12,800 सौर संयंत्रों की स्थापना का कार्य पहले ही पूरा हो चुका है। इस कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री सुशांत चौधरी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम में पश्चिम त्रिपुरा जिला परिषद के उपाध्यक्ष विश्वजीत शील, जिरानिया नगर पंचायत के अध्यक्ष रतन कुमार दास, जिरानिया पंचायत समिति के अध्यक्ष प्रीतम देबनाथ और प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता गौरांग भौमिक भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में विद्युत मंत्री ने इस योजना के त्रिपुरा के प्रथम लाभार्थी साधन वैद्य से सौर संयंत्र स्थापित करने के लाभों के बारे में बात की तथा पंजीकरण शिविर में लगे स्टॉलों का भी दौरा किया।