
तुला शिखर पर जल शोधन संयंत्र का उद्घाटन, भविष्य के लिए हमें जल संरक्षण पर ध्यान देने की जरूरत: वन मंत्री
ऑनलाइन डेस्क, 13 मार्च 2025: भविष्य में पेयजल आपूर्ति, कृषि कार्य और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमें अभी से जल संरक्षण को प्राथमिकता देनी होगी। जल संकट का समाधान आधुनिक सिंचाई प्रौद्योगिकी, वर्षा जल संरक्षण और जल के सचेत उपयोग के माध्यम से किया जाना चाहिए। वन मंत्री अनिमेष देबबर्मा ने आज तुलाशिखर ब्लॉक के पूर्व बछईबाड़ी एडीसी गांव में सेंट पीटर स्कूल के समीप नवनिर्मित जल शोधन केंद्र और मिनी डीप ट्यूबवेल का उद्घाटन करते हुए और जल संरक्षण यात्रा अभियान-2025 के समापन समारोह में भाग लेते हुए यह बात कही।
इस अवसर पर पूर्वा बचईबाड़ी एडीसी गांव स्थित काठियाबाड़ी एसबी स्कूल परिसर में जल संरक्षण यात्रा अभियान का समापन समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कृषि प्रयोजनों के लिए जल संरक्षण हेतु विभिन्न परियोजनाएं क्रियान्वित कर रही है। इस कार्य में सभी को सहयोग करना चाहिए। आज के कार्यक्रम में त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद के कार्यकारी सदस्य अनंत देबबर्मा, टीटीएडीसी के खोवाई जोन के अध्यक्ष बिशु देबबर्मा, उपाध्यक्ष खगेश देबबर्मा, राज्य स्तरीय नोडल एजेंसी के मुख्य कार्यकारी सदस्य शरदिंदु दास, खोवाई जिला जल संरक्षण सेल और डेटा सेंटर के परियोजना प्रबंधक सबेंद्र देबबर्मा सहित अन्य उपस्थित थे।
तुलाशिखर कृषि उपजिला की कृषि मामलों की स्थायी समिति के अध्यक्ष अमित देबबर्मा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। अतिथियों ने जल संरक्षण के तरीकों और इस संबंध में राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में बताया। इस कार्यक्रम में क्षेत्र के 10 किसानों को पावर टिलर वितरित किये गये। इसके अतिरिक्त, क्षेत्र के तीन स्वयं सहायता समूहों को 50,000-50,000 टका के ऋण चेक दिए गए, जिनकी कुल राशि 1,50,000 टका है।
2 लोगों को सर्वश्रेष्ठ किसान पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्हें 5,000 टका का चेक सौंपा गया। अतिथियों ने 800 नारियल के पौधे, 17 स्प्रे मशीन और 4 पानी पंप सेट सौंपे। कार्यक्रम में स्वागत भाषण तुलाशिखर कृषि उपखंड अधीक्षक अर्पण देबबर्मा ने दिया।