
वन्य जीव बोर्ड की समीक्षा बैठक, सीएम ने वन संपदा और संकटग्रस्त वन्य जीवों की सुरक्षा को विशेष महत्व देने के निर्देश दिए
ऑनलाइन डेस्क, 12 मार्च, 2025: त्रिपुरा के वनों और वन्य जीवन पर आधारित राज्य के पर्यटन उद्योग को विकसित करने पर विशेष जोर दिया जाना चाहिए। इस मामले में, नवीन सोच का उपयोग किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री प्रो. (डॉ.) माणिक साहा ने आज सचिवालय कांफ्रेंस हॉल में वन विभाग द्वारा आयोजित राज्य वन्यजीव बोर्ड की समीक्षा बैठक में यह बात कही। मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि राज्य के पर्यटन को देश-विदेश के पर्यटकों के लिए और अधिक आकर्षक बनाने के लिए वन एवं वन्य जीव संरक्षण से जुड़े लोगों को जिम्मेदार भूमिका निभानी होगी।
संयोगवश, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राज्य में वन संसाधनों और लुप्तप्राय वन्यजीवों के संरक्षण को विशेष महत्व देने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य में स्थित राष्ट्रीय उद्यानों एवं अभ्यारण्यों में पर्यटकों का आकर्षण बढ़ाने के लिए नई पहल की जानी चाहिए। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने पर्यटकों के लिए राज्य में हाथी सफारी शुरू करने की महत्ता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह की पहल से न केवल नागरिकों, विशेषकर जनजातीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए रोजगार पैदा होगा, बल्कि उनका सामाजिक-आर्थिक विकास भी होगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए राज्य के सभी हिस्सों से लोगों को आगे आना चाहिए।
ऐसी स्थिति में राज्य के पर्यटन केन्द्रों का देश-विदेश में लोगों के बीच व्यापक प्रचार करना होगा। उन्होंने कहा कि विभिन्न आवासीय क्षेत्रों में जंगली हाथियों के आक्रमण को रोकने तथा वन्यजीवों और मनुष्यों के बीच संघर्ष को रोकने के लिए वैकल्पिक उपाय किए जाने चाहिए। उन्होंने हाथियों के लिए पर्याप्त भोजन उपलब्ध कराने के महत्व पर भी बल दिया। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को राज्य में लुप्तप्राय गिद्धों के विलुप्त होने के कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत अध्ययन करने की सलाह दी।
बैठक में वन मंत्री अनिमेष देबबर्मा ने राज्य के विभिन्न अभयारण्यों से प्राप्त नवीन विचारों को राज्य के अभयारण्यों में लागू करने के महत्व पर बल दिया। बैठक में वन विभाग के मुख्य वन संरक्षक आरके सामल ने सचित्र रिपोर्ट के माध्यम से वन विभाग द्वारा की गई विभिन्न पहलों और कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की। बैठक में विधायक मैलाफ्लू मोग, विधायक प्रमोद रियांग, विधायक मनब देबबर्मा, मुख्य सचिव जे. क. सिन्हा सहित वन विभाग के उच्च अधिकारी और राज्य वन्यजीव बोर्ड के सदस्य उपस्थित थे।