
उनकोटी जिले में 37 परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास से त्रिपुरा पूर्वोत्तर क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला राज्य बनकर उभरा है, बहुआयामी विकास हुआ है: मुख्यमंत्री
ऑनलाइन डेस्क, 4 मार्च 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जानना चाहते हैं कि पूर्वोत्तर क्षेत्र को और अधिक आत्मनिर्भर कैसे बनाया जाए। उन्होंने यह समझा कि यदि पूर्वोत्तर क्षेत्र का विकास नहीं हुआ तो समग्र भारत किसी भी परिस्थिति में विकसित नहीं हो सकता। इस दिशा में अब इस क्षेत्र में तेजी से विकास कार्य चल रहा है। मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा ने आज चांदीपुर ब्लॉक कार्यालय के बगल के मैदान में उनकोटि जिले के लिए 37 विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करते हुए यह बात कही।
परियोजनाओं के लिए आबंटित कुल व्यय 162 करोड़ टका से अधिक है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि जब प्रधानमंत्री 2018 में त्रिपुरा आए थे तो उन्होंने कहा था कि त्रिपुरा को डायमंड मॉडल दिया जाएगा। बाद में उन्होंने त्रिपुरा को सचमुच हीरे जैसा आदर्श प्रस्तुत किया। मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा ने कार्यक्रम मंच से डिजिटल माध्यम से 17 परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इस पर 24 करोड़ 26 लाख 18 हजार टका की लागत आयी।
उद्घाटन की गई परियोजनाओं में 5.97 करोड़ और 2.28 करोड़ टका की लागत से जिला शिक्षा प्रशिक्षण केंद्र और 50-बेड का छात्रावास, 1.48 करोड़ टका की लागत से तिलबाजार उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का दो मंजिला भवन, 1.48 करोड़ टका की लागत से रामकृष्ण कॉलेज से सटे जल निकाय का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण, 1.14 करोड़, 26 हजार टका की लागत से चांदीपुर ब्लॉक कार्यालय का विस्तार, 3.30 करोड़, 66 हजार टका की लागत से जल जीवन मिशन में पेयजल की व्यवस्था आदि शामिल हैं।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा ने आज डिजिटल माध्यम से 20 परियोजनाओं की आधारशिला रखी। परियोजनाओं के कार्यान्वयन की लागत 137.98 करोड़ टका से अधिक होगी। उल्लेखनीय परियोजनाओं में 24.2 करोड़ टका की स्वीकृत लागत से जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय का निर्माण, 8 करोड़ टका की लागत से कैलाशहर उपजिला मजिस्ट्रेट कार्यालय का निर्माण, 14.74 करोड़ टका की लागत से रामकमल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन का निर्माण, 6.5 करोड़ टका की लागत से कैलाशहर में जिला परिवहन कार्यालय का निर्माण, 11.40 करोड़ टका की लागत से पैतुर बाजार में कामकाजी महिला छात्रावास का निर्माण, 20 करोड़ टका की लागत से चांदीपुर में 50 बिस्तरों वाला नशा मुक्ति केंद्र और 8.51 करोड़ टका की लागत से रामकृष्ण शैक्षणिक संस्थान के लिए एक नए भवन का निर्माण शामिल हैं।
कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा ने कहा कि डायमंड मॉडल के तहत राष्ट्रीय सड़कों, रेल संपर्क और हवाई मार्गों में अभूतपूर्व विकास किया गया है। इस बारे में पहले कभी नहीं सोचा गया था। उन्होंने कहा कि अब पूरे राज्य में विकास की लहर बह रही है। यह इसलिए संभव है क्योंकि यहां डबल इंजन वाली सरकार है।
राज्य में कानून-व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है। राज्य में शांति और व्यवस्था कायम है क्योंकि सरकार आम लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर काम करती है। एक ओर शांति और व्यवस्था कायम है, तो दूसरी ओर संचार प्रणालियों के विकास ने लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक आसानी से जाने में सक्षम बनाया है। इसके साथ ही व्यापार और व्यवसाय का भी विकास हो रहा है। परिणामस्वरूप, राज्य में प्रति व्यक्ति आय में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुमुखी विकास के कारण त्रिपुरा पूर्वोत्तर क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला राज्य बनकर उभरा है। उन्होंने कहा, “हम भविष्य में भी सभी के सहयोग से पारदर्शिता से काम करना चाहते हैं।”
इस अवसर पर बोलते हुए युवा मामले एवं खेल मंत्री टिंकू रॉय ने कहा कि इस सरकार ने पिछले दो वर्षों में कैलाशहर में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए विभिन्न परियोजनाओं को मंजूरी दी है। मनु नदी बांध को टूटने से बचाने के लिए नवीनीकरण कार्य हेतु लगभग 300 मिलियन टका स्वीकृत किया गया है। इसके अलावा, बांस मिशन के तहत कैलाशहर में 150 करोड़ रुपये का काम शुरू हो चुका है। बीसी नगर में एक एकीकृत मत्स्य पालन केंद्र और एक्वा पार्क बनाया जाएगा।
इसकी लागत लगभग 100 करोड़ टका होगी। उसका काम पहले ही शुरू हो चुका है। उन्होंने यह भी आशा व्यक्त की कि कैलाशहर में अनेक विकास कार्य शुरू किए गए हैं, जिससे लोगों के सामाजिक-आर्थिक जीवन स्तर में सुधार आएगा। अपने अध्यक्षीय भाषण में उनकोटी जिला परिषद के अध्यक्ष अमलेंदु दास ने संबंधितों से आग्रह किया कि जिन परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई है, उन्हें समय पर पूरा किया जाए।
उनकोटी जिले के जिला मजिस्ट्रेट डी.के. चकमा ने स्वागत भाषण दिया। इस कार्यक्रम में टीआईडीसी के अध्यक्ष नबादल बानिक, त्रिपुरा वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष मावेश्वर अली, उनकोटी जिले के पुलिस अधीक्षक कांता जांगिड़, समाज कल्याण और सामाजिक शिक्षा विभाग के निदेशक तपन कुमार दास सहित अन्य उपस्थित थे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा ने मनु वैली चाय बागान में काम करते समय मारे गए श्रमिक रामजॉय पाल की पत्नी रूमा पाल को 9,70,875 रुपये का चेक सौंपा।








