
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्याएं प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महिला अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाएंगी
ऑनलाइन डेस्क, 20 फरवरी 2025: राष्ट्रीय महिला आयोग महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने का काम कर रहा है। त्रिपुरा महिला आयोग भी महिलाओं के अधिकारों की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। त्रिपुरा के हाशिए पर स्थित क्षेत्रों में महिलाओं में जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न योजनाएं शुरू की जाएंगी।
यह बात राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य डॉ. ओपी सिंह ने आज शाम राजकीय अतिथि गृह में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कही। अर्चना मजूमदार. त्रिपुरा महिला आयोग की अध्यक्ष झरना देबबर्मा प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित थीं। राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य डॉ. अर्चना मजूमदार ने कहा कि अपने राज्य दौरे के दूसरे दिन उन्होंने अगरतला सरकारी मेडिकल कॉलेज के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग का दौरा किया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में अब काफी सुधार हुआ है।
आधुनिक उपकरण लाये गये हैं। मेडिकल कॉलेज के लिए नया बुनियादी ढांचा तैयार करने का काम चल रहा है। यदि बुनियादी ढांचे का निर्माण हो जाए तो चिकित्सा सेवाएं और बेहतर हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि उन्होंने त्रिपुरा में बाल विवाह, मातृ एवं शिशु मृत्यु जैसे मुद्दों की भी जांच की है। राज्य में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से काफी बेहतर है। उन्होंने अगरतला स्थित वन स्टॉप सेंटर का भी दौरा किया। उन्होंने कहा कि वन-स्टॉप सेंटर की बुनियादी संरचना और व्यवस्थाएं संतोषजनक हैं।
महिलाओं के विरुद्ध विभिन्न प्रकार की हिंसा में भी अपेक्षाकृत उल्लेखनीय कमी आई है। संयोगवश, उन्होंने कहा कि पीओएस अधिनियम के बारे में जागरूकता को और बढ़ाने की जरूरत है। उन्हें महिला अधिकारों के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है। महिला आयोग का काम महिलाओं के कल्याण के लिए विभिन्न कार्यक्रमों में लोगों को अधिक से अधिक शामिल करना तथा महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि यदि महिलाएं आगे नहीं बढ़ेंगी तो राज्य और देश आगे नहीं बढ़ पाएगा। वह कल राज्य के विभिन्न स्थानों का भी दौरा करेंगे।








