
त्रिस्तरीय ग्राम पंचायत चुनाव की स्थिति को लेकर सीपीआईएम ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया
ऑनलाइन डेस्क, 16 जुलाई 2024: सीपीआईएम ने 24 जून को राज्य चुनाव आयुक्त को प्रतिनियुक्ति दी. चार सूत्री मांग के साथ राज्य के चुनाव आयुक्त को स्पष्ट रूप से बताया गया कि राज्य की वर्तमान स्थिति में शांतिपूर्ण चुनाव संभव नहीं है. सीपीआईएम राज्य सचिव मंडल त्रिस्तरीय ग्राम पंचायत चुनाव को लेकर चिंतित हैं.
मांग की गई कि ऐसी व्यवस्था की जाए कि विभिन्न राजनीतिक दलों के उम्मीदवार स्वतंत्र रूप से अपना नामांकन पत्र दाखिल कर सकें. नामांकन पत्र ऑनलाइन जमा करने की व्यवस्था करने की मांग की गयी है. लेकिन राज्य चुनाव आयोग ने उचित कार्रवाई नहीं की. नतीजतन, नामांकन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि शुरू होते ही विपक्षी दलों के उम्मीदवारों को नामांकन पत्र जमा करने में बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है.
इसलिए 13 जुलाई को सीपीआईएम के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के चुनाव आयुक्त से मुलाकात की और नामांकन पत्र जमा करने की समय सीमा बढ़ाने की मांग की. राज्य चुनाव आयुक्त ने आश्वासन दिया कि वह रक्षा प्रशासन से बात करेंगे और उचित कार्रवाई करेंगे. फिर 15 जुलाई को सीपीआईएम का एक प्रतिनिधिमंडल पुलिस महानिदेशक से मिला और बताया कि चुनाव आयुक्त ने कहा है कि विपक्षी दल के उम्मीदवार अपना नामांकन पत्र जमा करने के लिए एक जगह इकट्ठा होंगे.
वहां से पुलिस सुरक्षा के बीच विपक्षी प्रत्याशियों को निर्वाची पदाधिकारी के कार्यालय तक ले जायेगी. लेकिन राज्य पुलिस महानिदेशक ने स्पष्ट किया कि चुनाव आयोग की ओर से ऐसा कोई आदेश नहीं आया है. वाम मोर्चा के संयोजक नारायण कर ने मंगलवार को मेलारामठ स्थित सीपीआईएम कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में यह शिकायत की. सीपीआईएम प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को एक बार फिर राज्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात की. और राज्य पुलिस महानिदेशक ने जो कहा वह चुनाव आयुक्त को बता दिया गया.
और नामांकन पत्र जमा करने की समय सीमा बढ़ाने की मांग चुनाव आयुक्त को सौंपी गई थी. साथ ही मौजूदा हालात के खिलाफ सीपीआईएम ने सोमवार को हाई कोर्ट में याचिका दायर की. मंगलवार को हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली पीठ ने सीपीआईएम की ओर से दायर याचिका को स्वीकार कर लिया.
वाममोर्चा के संयोजक नारायण कर ने कहा कि इस मामले की सुनवाई के लिए 18 जुलाई की तारीख तय की गयी है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में नारायण कर ने कहा कि 18 जुलाई को मामले की सुनवाई के बाद हाई कोर्ट जो फैसला देगा, उसके आधार पर सीपीआईएम अगला कदम उठाएगी. प्रेस कॉन्फ्रेंस में नारायण कर के साथ पूर्व मंत्री माणिक डे, पूर्व मंत्री नरेश जमातिया और अन्य मौजूद थे.