
सभी वर्गों के लोगों को स्वैच्छिक रक्तदान के लिए अधिक से अधिक आगे आना चाहिए: मुख्यमंत्री
ऑनलाइन डेस्क, 5 मई, 2025: राज्य में सभी वर्गों के लोगों को स्वैच्छिक रक्तदान करने के लिए अधिक से अधिक आगे आना चाहिए। रक्तदान शिविरों के अलावा ब्लड बैंकों में भी स्वैच्छिक रक्तदान के लिए आगे आना जरूरी है। मुख्यमंत्री प्रो. (डॉ.) माणिक साहा ने आज अगरतला के प्रज्ञा भवन में त्रिपुरा राज्य रक्त आधान बोर्ड द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर का उद्घाटन करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए यह बात कही। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि जनसंख्या का एक प्रतिशत रक्त उपलब्ध होना आवश्यक है।
इस संबंध में पिछले वर्ष राज्य में 42,000 यूनिट रक्त एकत्र किया गया। राज्य के विभिन्न जिलों में सरकारी एवं निजी स्तर पर पूरे वर्ष रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जाता है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि विभिन्न संगठन गंभीर परिस्थितियों में भी बड़ी संख्या में रक्तदान शिविर आयोजित करने के लिए आगे आए हैं।
इस संदर्भ में उन्होंने चुनाव और कोरोना जैसी महामारी के दौरान रक्त की आवश्यकता का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि चूंकि रक्त को लंबे समय तक संग्रहित नहीं किया जा सकता, इसलिए रक्त की मांग और आपूर्ति के बीच संतुलन बनाए रखना आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि सड़क दुर्घटनाओं, विभिन्न सर्जरी और विशेषकर प्रसव के दौरान रक्त की आवश्यकता पड़ती है।
इसके अलावा कैंसर और थैलेसीमिया के मरीजों को भी रक्त की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य के सभी जिला अस्पतालों में ब्लड बैंक हैं। कई उप-जिला अस्पतालों में रक्त बैंक भी स्थापित किए गए हैं। आने वाले दिनों में और अधिक रक्त बैंक स्थापित किये जायेंगे। कई लोग इन रक्त बैंकों में स्वेच्छा से रक्तदान करते हैं।
मुख्यमंत्री ने त्रिपुरा राज्य रक्त आधान बोर्ड द्वारा आयोजित आज के रक्तदान शिविर की पहल की सराहना की और आशा व्यक्त की कि ऐसी पहल अन्य संगठनों को भी प्रेरित करेगी। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग की सचिव किरण गिट्टी, परिवार कल्याण एवं रोग निवारण विभाग के निदेशक डॉ. अंजन दास और स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
गौरतलब है कि आज के रक्तदान शिविर में स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न शाखाओं से कुल 78 लोगों ने स्वेच्छा से रक्तदान किया। कार्यक्रम के आरंभ में मुख्यमंत्री ने रक्तदान शिविर का अवलोकन किया तथा रक्तदाताओं का उत्साहवर्धन किया।