
नेवर (नेशनल-ए-बिधान एप्लीकेशन) पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री, राज्य विधानसभा को ई-विधानसभा बनाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है
ऑनलाइन, 12 जून 2023। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डिजिटल इंडिया बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं पर काम कर रहे हैं। इसके तहत राज्य सरकार ने विभिन्न सरकारी विभागों में डिजिटाइजेशन सिस्टम भी शुरू किया है।
साथ ही राज्य विधानसभा को ई-विधानसभा बनाने की प्रक्रिया भी आज से शुरू कर दी गई है यह बात मुख्यमंत्री प्रो. (डॉ.) माणिक साहा ने आज विधानसभा की लॉबी में विधान सभा सदस्यों के लिए नेवर (राष्ट्रीय-ए-बिधान एप्लीकेशन) पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कही।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष विश्वबंधु सेन, उपाध्यक्ष रामप्रसाद पाल, संसदीय कार्य मंत्री रतन लाल नाथ, विपक्ष के नेता अनिमेष देबबर्मा सहित कैबिनेट सदस्य और विधायक उपस्थित थे.मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी की भागीदारी है।
विधान सभा के सदस्य/विधायक ई-असेंबली के गठन के लिए प्रारंभिक कदम हैं देश के विभिन्न राज्यों की तरह त्रिपुरा विधानसभा भी राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे समय के साथ-साथ पैसे की भी बचत होगी।
साथ ही विधानसभा चलाने की कुछ जटिल प्रक्रियाओं में भी कमी आएगी मुख्यमंत्री ने कहा कि नेवा केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए डिजिटल इंडिया का एक हिस्सा है। डिजिटल इंडिया का मुख्य उद्देश्य हर चीज को डिजिटाइज करना है।
राज्य सरकार ने विभिन्न सरकारी क्षेत्रों के डिजिटलीकरण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। राज्य विधानसभा में नेवा एप्लिकेशन के इस्तेमाल से विधानसभा की सभी सूचनाओं को स्टोर करने में आसानी होगी और साथ ही सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान में भी मदद मिलेगी।
विधानसभा चलाने का खर्च कम होने के साथ ही विधानसभा का काम भी आसान हो जाएगा इसके अलावा विधानसभा में मतदान की प्रक्रिया भी काफी आसान हो जाएगी इस मौके पर संसदीय कार्य मंत्री रतन लाल नाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पूरे देश में डिजिटल सिस्टम बनाने को महत्व दिया है।
राज्य सरकार भी इस संबंध में गंभीरता से काम कर रही है राज्य विधानसभा की ई-वोटिंग से समय की बचत होगी, डाटा स्टोरेज में मदद मिलेगी, पैसे की बचत होगी, सूचनाओं का आदान-प्रदान आसान होगा, ई-वोटिंग सिस्टम होने से वोटिंग प्रक्रिया आसान और तेज होगी।
विधानसभा के सभी सदस्यों/सदस्यों को आज से आगामी 25 जून तक ‘नेवा’ एप्लीकेशन पर प्रशिक्षण दिया जायेगा। विधायकों को टैब का उपयोग करने, ई-बिधानसभा में भाग लेने, प्रश्न उठाने, मतदान प्रक्रिया आदि के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा।
इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष अनिमेष देबवर्मा ने कहा कि विधानसभा चलाने में रोजाना कागजों और अन्य चीजों पर काफी पैसा खर्च होता है. यदि ई-असेंबली शुरू की जाती है, तो विधानसभा पेपरलेस होगी और पैसे की भी बचत होगी।
इसलिए उन्होंने विधानसभा के सभी सदस्यों से ई-विधानसभा बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आग्रह किया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष विश्वबंधु सेन, उपाध्यक्ष रामप्रसाद पाल और विधानसभा सचिव विष्णुपद कर्मकार ने भी अपने विचार रखे। विधानसभा अध्यक्ष विश्वबंधु सेन ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा को टैब सौंपा। साथ ही मुख्यमंत्री व अन्य अतिथियों ने सभासदों को टैब सौंपा।