
राज्य के विभिन्न भागों में रवींद्र जयंती मनाई गई
ऑनलाइन डेस्क, 10 मई, 2025: धर्मनगर: विश्व कवि रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती कल धर्मनगर में पूरे सम्मान के साथ मनाई गई। सूचना एवं संस्कृति विभाग, स्कूली शिक्षा विभाग तथा धर्मनगर नगर परिषद की पहल पर कालीदिघी के तट पर स्थित आम्रकुंजा में प्रातःकालीन कवि वंदन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन विधानसभा अध्यक्ष विश्वबंधु सेन ने किया।
उन्होंने कहा कि धर्मनगर अब एक सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित हो गया है। कार्यक्रम में धर्मनगर नगर परिषद की अध्यक्ष मिताली रानी दास सेन, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की ओएसडी उपस्थित थीं। समीर रंजन नाथ, जिला सूचना एवं संस्कृति कार्यालय के उप निदेशक रिपोन चकमा सहित अन्य उपस्थित थे। विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों और विभिन्न सांस्कृतिक संगठनों के कलाकारों ने संगीत, नृत्य और कविता पाठ की प्रस्तुति दी।
शाम को विवेकानंद 150वीं वर्षगांठ भवन में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कैलाशहर: कल कैलाशहर के उनकोटी कलाक्षेत्र में रवीन्द्र जयंती समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन कैलाशहर नगर परिषद की अध्यक्ष चोपला देबरॉय ने किया। इस कार्यक्रम में कैलाशहर नगर परिषद के पार्षद मनीष भट्टाचार्य, उपखंड प्रशासक प्रदीप सरकार और सूचना एवं संस्कृति विभाग के उप निदेशक विश्वजीत देब भी उपस्थित थे।
अतिथियों ने कवि के साहित्य और जीवन पर चर्चा की। समारोह शुरू होने से पहले, अतिथियों ने कवि के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उपखंड के विभिन्न सांस्कृतिक संगठनों के कलाकारों ने संगीत, नृत्य और कविता पाठ का प्रदर्शन किया। पानीसागर : पानीसागर अनुमंडल स्थित रवींद्र जयंती का आयोजन कल पानीसागर टाउन हॉल परिसर में किया गया। सुबह के कवि श्रद्धांजलि समारोह में, पानीसागर नगर पंचायत की अध्यक्ष अनुराधा दास, पानीसागर नगर पंचायत के उपाध्यक्ष धनंजय देबनाथ, सांस्कृतिक हस्ती मौसमी देबनाथ सहित अन्य प्रमुख हस्तियों ने रवींद्रनाथ टैगोर की संगमरमर की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
शाम को पानीसागर टाउन हॉल में एक मनोरंजक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पानीसागर अनुमंडल के 15 सांस्कृतिक संगठनों के कलाकारों ने रवींद्र संगीत और नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में पानीसागर नगर पंचायत के उपाध्यक्ष धनंजय देबनाथ, सांस्कृतिक व्यक्तित्व मौसमी देबनाथ और सांस्कृतिक व्यक्तित्व धरणी मोहन नाथ ने रवींद्रनाथ टैगोर के जीवन और साहित्य पर चर्चा की।