
राज्य में कौशल उदय तंगनाई कार्यक्रम शुरू, युवाओं के कौशल विकास के माध्यम से उद्योगों की स्थापना को मिलेगा प्रोत्साहन: मुख्यमंत्री
ऑनलाइन डेस्क, 7 फरवरी, 2025: राज्य सरकार का लक्ष्य एक विकसित और आत्मनिर्भर त्रिपुरा का निर्माण करना है। इस उद्देश्य से, युवा समुदाय को कौशल विकास के माध्यम से उद्योग स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा ने आज नरसिंहगढ़ स्थित टीआईटी ऑडिटोरियम में ‘कौशल उदय तंगनाई’ कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए यह बात कही। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य के स्कूलों और कॉलेजों के 80,000 विद्यार्थियों को सशक्त बनाना, रोजगार के अवसर बढ़ाना और उन्हें उद्यमी के रूप में विकसित करना है।
यह कार्यक्रम राज्य के युवाओं के कौशल विकास में एक नए युग की शुरुआत करेगा। यह ध्यान देने योग्य है कि स्किल उदय तांगनई नाम अंग्रेजी, बंगाली और कोकबोरोक भाषाओं का संयोजन है। इसका अर्थ है कौशल का उद्भव और उद्घाटन। यह कार्यक्रम समाधि शिक्षा परियोजना के अंतर्गत 983 स्कूलों में कैरियर मार्गदर्शन शुरू करेगा। कैरियर मार्गदर्शन इन स्कूलों के 75,000 विद्यार्थियों को सही कैरियर विकल्प चुनने तथा विभिन्न क्षेत्रों में आने वाली बाधाओं को दूर करने में सक्षम बनाएगा।
इसके अलावा, एनएसडीसी अकादमी के माध्यम से बाजार तत्परता पाठ्यक्रम भी शुरू किया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत, मुख्यमंत्री कौशल विकास परियोजना के तहत एनएसडीसी अकादमी के सहयोग से 7,000 छात्रों को जीएसटी, आयकर फाइलिंग, साइबर सुरक्षा, वेब डिजाइनिंग और 2-डी एनीमेशन उद्योग में प्रशिक्षित किया जाएगा। कौशल उदय तंगनाई के तहत, राज्य के कॉलेजों के 1,600 छात्रों को अंग्रेजी, रोजगार और उद्यमिता (ईईई) कार्यक्रम के तहत संचार कौशल, रोजगार और उद्यमिता में प्रशिक्षित किया जाएगा, और मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत, कौशल त्रिपुरा एमआईएस पोर्टल प्रशिक्षण कार्यक्रमों में नौकरी चाहने वालों का समर्थन करेगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कैरियर मार्गदर्शन कार्यक्रम और कौशल विकास कैलेण्डर का अनावरण किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास के लिए एक्ट ईस्ट नीति शुरू की है। त्रिपुरा को हीरा मॉडल दिया गया। वर्तमान में राज्य में सड़क, रेल, हवाई एवं इंटरनेट सेवाओं में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री हमेशा कौशल विकास के माध्यम से व्यावहारिक ज्ञान पर अधिक जोर देते हैं।
ताकि देश के युवा समृद्ध और आत्मनिर्भर देश के निर्माण में पूरी तरह सक्रिय हो सकें। राज्य में किसी भी क्षेत्र में प्रतिभा की कमी नहीं है। सरकार प्रतिभाओं के समुचित विकास के माध्यम से राज्य को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने राज्य के औद्योगिक विकास के लिए रबर, अगर और चाय जैसे प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग पर विशेष जोर दिया। इस अवसर पर उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री संतबाना चकमा ने कहा कि सरकार ने राज्य के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम शुरू किया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह कार्यक्रम बेहतर त्रिपुरा के निर्माण में विशेष भूमिका निभाएगा।
एनईसी के वित्तीय सहयोग से, सिलाई मशीन, मशरूम की खेती, मधुमक्खी पालन, वर्मीकंपोस्टिंग, खाद्य प्रसंस्करण और सौर पैनल स्थापना आदि पर प्रशिक्षित लोगों को औपचारिक रूप से विभिन्न टूलकिट सौंपे गए। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना सहित विभिन्न कार्यक्रमों पर वृत्तचित्र प्रदर्शित किए गए। समारोह में स्वागत भाषण देते हुए वाणिज्य एवं उद्योग विभाग की सचिव किरण गिट्टे ने कहा कि ज्ञान के साथ-साथ कौशल भी आवश्यक है। ‘स्किल-उदय तंगनाई’ परियोजना इसी बात को ध्यान में रखकर बनाई गई थी।
कौशल विकास निदेशालय के निदेशक मोहम्मद सज्जाद पी ने भी बात की। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के विशेष सचिव रावल हेमेन्द्र कुमार उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में, कौशल विकास कार्यक्रम के तहत टीआईटी में ड्रोन प्रौद्योगिकी में प्रशिक्षित युवाओं ने ड्रोन प्रदर्शनी में भाग लिया। ‘कौशल उदय तंगनाई’ कार्यक्रम में भाग लेने के लिए, आपको skilltripura@gmail.com या 6009384548/8413996377 पर संपर्क करने के लिए आमंत्रित किया जाता है।