
पश्चिम त्रिपुरा जिला परिषद आम बैठक में समाज कल्याण मंत्री
ऑनलाइन डेस्क, 28 अप्रैल, 2023। सरकार लोगों के कल्याण के लिए काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम कोशिश करेंगे कि जिन जनकल्याणकारी कार्यक्रमों को हम पिछले 5 साल में पूरा नहीं कर पाए उन्हें अगले 5 साल में पूरा कर लें।
समाज कल्याण और सामाजिक शिक्षा मंत्री टिंगकू रॉय ने आज पश्चिम त्रिपुरा जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय के सम्मेलन कक्ष में आयोजित पश्चिम त्रिपुरा जिला परिषद की आम बैठक में यह बात कही।
बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि न केवल एक स्कूल भवन की स्थापना की जानी चाहिए, बल्कि मानव संसाधन के विकास के लिए आवश्यक सेवाओं को भी मजबूत किया जाना चाहिए.
उन्होंने शिक्षा विभाग को इस ओर विशेष ध्यान देने की सलाह दी उन्होंने कहा कि खेल के मैदान के ढांचागत विकास पर ही रुक जाना काफी नहीं होगा, उस क्षेत्र से राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार करना जरूरी है।
एक पेड़ का पौधा न केवल जमीन में लगाया जाना चाहिए, बल्कि बेहतर सेवाओं में भी पौधे को उगाया जाना चाहिए यानी जिन लोगों के लिए हम इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करेंगे, उन्हें उचित सेवाएं मिले, इस पर विशेष ध्यान दिया जाए।
बैठक में समाज कल्याण एवं समाज शिक्षा मंत्री ने विभिन्न स्व-सहायता परियोजनाओं के संबंध में कहा कि न केवल एक स्वयं सहायता समूह का गठन किया जाना चाहिए, बल्कि विभिन्न रोजगारों के माध्यम से समूह सफल होते हैं या नहीं, इस पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।
उनके लिए विभिन्न रोजगार योजनाओं में प्रशिक्षण की भी व्यवस्था की जाए उन्होंने कहा, आत्मनिर्भरता परियोजना के प्रभारी व्यक्ति को यह जांच करनी चाहिए कि क्या किसी व्यक्ति ने ऋण लिया है और आत्मनिर्भरता परियोजना में उस ऋण का सफलतापूर्वक उपयोग किया है।
उन्होंने राज्य के युवाओं को कृषि कार्य के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने पर जोर देते हुए कहा कि कई कृषि फसलों और खाद्य सामग्री को राज्य के बाहर से लाना पड़ता है। उदाहरण के तौर पर उन्होंने कहा, राज्य की सालाना 5 करोड़ अंडे की मांग है।
इनमें से ज्यादातर अंडे दूसरे राज्यों से लाने होते हैं ऐसे में यदि राज्य के बेरोजगार युवा अंडे का उत्पादन कर मांग को पूरा कर सकते हैं तो वे आत्मनिर्भर बन सकते हैं और राज्य को खाद्य उत्पादन में आत्मनिर्भर बना सकते हैं।
उन्होंने कहा, हमारी सरकार का मुख्य लक्ष्य राज्य के हर गरीब परिवार की आर्थिक आय में वृद्धि करना है इस कारण परिवार के सदस्यों के लिए रोजगार के उचित अवसर सृजित किए जाने चाहिए इस कारण उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी सरकारी विभाग के प्रतिनिधियों और निर्वाचित प्रतिनिधियों से ईमानदारी से काम करने का आह्वान किया।
पश्चिम त्रिपुरा जिला परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष हरिदुलाल आचार्य की अध्यक्षता में हुई इस आम सभा में विधायक मीना रानी सरकार, विधायक नयन सरकार विधायक सुदीप सरकार, बीडीओ ओल्ड अगरतला ब्लॉक मेघा जैन, अतिरिक्त जिलाधिकारी राजीव दत्ता, अतिरिक्त जिलाधिकारी रजत पंत उपस्थित थे।
बैठक में उनके अलावा विभिन्न पंचायत समिति अध्यक्ष, जिला परिषद सदस्य, विभिन्न प्रखंडों के बीडीओ व विभिन्न सरकारी विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
जिला परिषद सचिव बिष्णुपद राय ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में 30 परियोजनाओं को क्रियान्वित किया जायेगा. 15वें वित्त आयोग और पंचायत विकास निधि के माध्यम से पश्चिम त्रिपुरा जिले की विभिन्न पंचायतों को परिवर्तित किया गया है।
परियोजनाओं में विभिन्न आंगनवाड़ी केन्द्रों का जीर्णोद्धार, शौचालयों का निर्माण, सड़कों का जीर्णोद्धार, यात्री शेडों का निर्माण आदि शामिल हैं।
कृषि विभाग के प्रतिनिधि ने बैठक में बताया कि रबी सीजन 2022-23 में 7823 हेक्टेयर भूमि पर बोरो धान, 1517 हेक्टेयर भूमि पर दलहन और 1247 हेक्टेयर भूमि पर तिलहन की खेती की गई थी।
12 हजार 776 किसानों की 3007 हेक्टेयर कृषि भूमि को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत लाया गया है। किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से 504 किसानों को ऋण दिया गया है पीएम किसान योजना के तहत 10884 किसान लाभान्वित हो चुके हैं।
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत जिले के 38 किसानों को विभिन्न सहायता दी जा चुकी है बैठक में प्रतिनिधि ने बताया कि जिले में गत वित्तीय वर्ष में 85 नये गहरे नलकूप खोदे गये हैं।
159 गहरे नलकूप चालू किए जा चुके हैं 297 छोटे बोर ड्रिल करके चालू कर दिए गए हैं। जल जीवन मिशन के तहत 75878 घरों को पाइप से पेयजल से जोड़ा गया है।
लोक निर्माण विभाग के जिरानिया अनुमंडल के प्रतिनिधि ने बैठक में बताया कि जिरानिया उपखण्ड में गत वित्तीय वर्ष में 255.96 किलोमीटर सड़कों का जीर्णोद्धार एवं विकास किया गया है।
लोक निर्माण विभाग के प्रतिनिधि ने बैठक में बताया कि जिला परिषद के कोष से जिले के डुकली प्रखंड में 5 अधोसंरचनात्मक विकास कार्य कराये गये हैं. इस पर 52 लाख 64 हजार रुपए खर्च किए गए हैं।
बैठक में जल संसाधन विभाग के प्रतिनिधि ने बताया कि जिले में गत वित्तीय वर्ष में 23 गहरे नलकूप एवं 102 छोटे बोर चालू किये गये हैं. इससे 558 किसान परिवार लाभान्वित हुए हैं।
बैठक में पशु संसाधन विकास विभाग के प्रतिनिधि ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में जिले में विभिन्न पशु टीकाकरण शिविरों के माध्यम से 880300 पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है.
मुख्यमंत्री स्वरोजगार परिवार योजना के तहत 4560 परिवारों को पशुपालन में सहायता दी गई है। बैठक में समाज कल्याण एवं सामाजिक शिक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, मत्स्य पालन आदि विभागों के प्रतिनिधियों ने भी विभिन्न विकास कार्यक्रमों की समीक्षा की.