
मार्च 2027 तक पूरे किए जाएँ वर्तमान विकास कार्य: मुख्यमंत्री
ऑनलाइन डेस्क, 1 सितंबर, 2025: राज्य में वर्तमान में चल रहे विकास कार्यों को मार्च 2027 तक पूरा किया जाना चाहिए। प्रत्येक कार्य की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए समय-समय पर निरीक्षण आवश्यक है। यह बात मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा ने आज सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल क्रमांक 2 में आयोजित एक बैठक में कही। बैठक में राज्य में चल रहे विभिन्न बुनियादी ढाँचा विकास कार्यों की वर्तमान स्थिति पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास कार्यों को गति देना आवश्यक है। इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि श्रमिकों की कमी के कारण काम रुके या धीमा न हो। अधिकारियों को शहर में नवनिर्मित फुटपाथों पर भी कड़ी नज़र रखनी चाहिए ताकि उन पर फिर से अतिक्रमण न हो। बैठक में मुख्यमंत्री को अगरतला में प्रस्तावित नए फ्लाईओवर के निर्माण, शहर में विभिन्न सड़कों के नवीनीकरण और नालियों के निर्माण, यूनिटी मॉल के निर्माण, एजीएमसी और जीबीपी अस्पतालों में 200 बिस्तरों वाले मातृ एवं शिशु देखभाल केंद्रों की स्थापना, डेंटल कॉलेज के लिए बुनियादी ढांचे के निर्माण की जानकारी दी गई।
इसके अलावा, उन्हें सिपाहीजाला जिले में नशा पीड़ितों के लिए एकीकृत पुनर्वास केंद्र के निर्माण, प्रत्येक जिले में 50 बिस्तरों वाले नशा मुक्ति केंद्रों के निर्माण और लोक निर्माण विभाग की 9 विभिन्न परियोजनाओं, हाउसिंग बोर्ड की दो परियोजनाओं, टीयूडीए और स्मार्ट सिटी मिशन की परियोजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। बैठक में चर्चा करते हुए मुख्य सचिव जेके सिन्हा ने कहा कि सभी कार्य निर्धारित समय और गुणवत्ता को बनाए रखते हुए किए जाने की आवश्यकता है।
यदि समय पर कार्य पूरा हो जाए तो न केवल राज्य की आर्थिक व्यवस्था सुचारू रहेगी, बल्कि बाद में राज्य में नई परियोजनाओं का क्रियान्वयन भी आसान होगा। आज की बैठक में लोक निर्माण विभाग की सचिव किरण गित्ते, शहरी विकास विभाग के सचिव अभिषेक सिंह, वित्त विभाग के सचिव अपूर्व रॉय, पर्यटन विभाग के सचिव यूके चकमा, शिक्षा विभाग के सचिव रावेल हेमेंद्र कुमार, स्मार्ट सिटी मिशन के सीईओ डॉ. शैलेश कुमार यादव और विभिन्न विभागों के निदेशक उपस्थित थे।








