
मुख्यमंत्री ने मंडई में चावल गोदाम एवं कृषि ज्ञान केन्द्र का लोकार्पण किया,यदि किसानों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं होगा तो समाज या देश का विकास नहीं हो सकता है
ऑनलाइन डेस्क, 28 दिसंबर, 2022। राज्य सरकार प्रत्येक कृषि उपखण्ड में आधुनिक कृषि अधोसंरचना विकसित करने का कार्य कर रही है। भारत एक प्रमुख कृषि प्रधान देश है।
यदि किसानों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं होगा तो समाज या देश का विकास नहीं हो सकता है। यह बात मुख्यमंत्री प्रो. (डॉ.) माणिक साहा ने आज मंडई प्रखंड में 1 हजार मीट्रिक टन क्षमता के नवनिर्मित चावल गोदाम तथा नवनिर्मित कृषक ज्ञानार्जन केन्द्र एवं कृषक बंधु केन्द्र का उद्घाटन करते हुए कही.
गौरतलब है कि ग्रामीण अधोसंरचना विकास परियोजना में एक हजार मीट्रिक टन क्षमता के नवनिर्मित चावल गोदाम के निर्माण पर एक करोड़ 25 लाख रुपये खर्च किए गए हैं. लोक कल्याण विभाग के आर्थिक सहयोग से नवनिर्मित कृषक ज्ञानार्जन केन्द्र के निर्माण पर 50 लाख रुपये खर्च किये गये हैं.
मंडई के गौरमनी स्टेडियम के समीप नवनिर्मित कृषक बंधु केंद्र पर 50 लाख रुपये की लागत आई है। इस अवसर पर आज मंडई गौरमणि स्टेडियम में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रदेश में समग्र विकास कार्य हो रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा यही सोचते हैं कि देश के किसानों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को कैसे सुधारा जाए। उनके मार्गदर्शन में कृषि विभाग प्रदेश में भी किसानों की बेहतरी के लिए विभिन्न योजनाओं पर काम कर रहा है उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कोविड के दौरान कई विकसित देशों की जीडीपी घटी है। लेकिन भारत में प्रधानमंत्री के दूरदर्शी कार्यों से जीडीपी नहीं घटी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश का हर विभाग विभिन्न सरकारी सेवाओं को लोगों तक पहुंचाने का काम कर रहा है। राज्य सरकार व केंद्र सरकार की विभिन्न सामाजिक योजनाओं को शत प्रतिशत लोगों तक पहुंचाने के लिए सरकार ने सुशासन अभियान चलाया है.
इस अभियान के माध्यम से ग्राम स्तर से लेकर जिला स्तर तक बैठकें और शिविर आयोजित किए जा चुके हैं। ताकि समाज के अंतिम व्यक्ति को भी लाभ मिले। सरकार शब्दों में नहीं, कार्यों में विश्वास करती है।
उन्होंने सभी से राज्य के लोगों के बीच मित्रता के बंधन को मजबूत करने और राज्य को विकास के पथ पर आगे ले जाने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पारदर्शी प्रशासन चल रहा है.
राज्य सरकार विभिन्न भर्ती प्रक्रियाओं को पारदर्शिता के साथ लागू कर रही है। सामाजिक भत्ता 2 हजार रुपये किया गया है राज्य सरकार भी उद्योग के विकास के लिए गंभीरता से काम कर रही है।
इस मौके पर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री प्रणजीत सिंह राय ने कहा कि प्रदेश के दूर-दराज इलाकों में किसानों के लिए बेहतर अधोसंरचना विकसित की जा रही है।
ताकि किसान अपनी आय बढ़ा सकें किसानों को खाद-बीज से लेकर आधुनिक मशीनरी मुहैया कराई जा रही है। साथ ही किसानों को उनके द्वारा उत्पादित फसल का सही मूल्य मिले इसके भी इंतजाम किए जा रहे हैं।
सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीद कर रही है। उन्होंने कहा कि सिर्फ मशीनरी देना ही जरूरी नहीं है, किसानों को उचित सलाह देने के लिए हर कृषि उपमंडल में कृषक बंधु केंद्र, कृषक ज्ञानार्जन केंद्र खोले जा रहे हैं।
इस अवसर पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की सचिव अपूर्वा राय ने स्वागत भाषण दिया। पश्चिम त्रिपुरा जिला परिषद के अध्यक्ष अंतरा सरकार देव, विधायक बीरेंद्र देबबर्मा, कृषि और किसान कल्याण विभाग के निदेशक शरदेंदु दास, बागवानी और भूमि संरक्षण विभाग के निदेशक उपस्थित थे। फणिभूषण जमातिया, पश्चिम त्रिपुरा जिले के जिलाधिकारी देबप्रिय वर्धन, सामाजिक कार्यकर्ता असित रॉय और अन्य।