
मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए राज्य सरकार लगातार निगरानी कर रही है: मुख्यमंत्री
ऑनलाइन डेस्क, 1 अप्रैल 2025: राज्य सरकार मादक पदार्थों की तस्करी पर लगातार नजर रख रही है। आने वाले दिनों में निगरानी और बढ़ाई जाएगी। नशीली दवाओं के उपयोग और तस्करी के संबंध में केन्द्र और राज्य स्तर पर नियमित रूप से बैठकें आयोजित की जा रही हैं। मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ) माणिक साहा ने आज विधानसभा में संदर्भ अवधि के दौरान विधायक गोपाल चंद्र रॉय के नोटिस के जवाब में यह बयान दिया।
मुख्यमंत्री ने बैठक में बताया कि पिछले तीन वित्तीय वर्षों में राज्य में 1 लाख 54 हजार 658 किलोग्राम गांजा, 5 लाख 82 हजार 100 बोतल कफ सिरप तथा 25 लाख 62 हजार 791 नशीली गोलियां जब्त की गई हैं। इन तीन वर्षों में इस संबंध में 52 मामले दर्ज किये गये और 70 लोगों को दोषी ठहराया गया। मुख्यमंत्री ने बैठक में बताया कि त्रिपुरा राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी के अंतर्गत लक्षित हस्तक्षेप एनजीओ में लगभग 10,800 लोग ऐसे हैं जो नसों के माध्यम से दवाइयां लेते हैं।
त्रिपुरा एड्स नियंत्रण एसोसिएशन सभी 220 स्कूलों का प्रधानाध्यापक है। प्रधानाध्यापकों की भागीदारी से एच.आई.वी. एड्स पर जिला स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। पिछले वर्ष अगस्त से अक्टूबर तक एचआईवी/एड्स के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए राज्य भर में 663 गांवों, 401 स्कूलों, 36 कॉलेजों और 140 स्थानों पर अभियान चलाया गया था। इस वर्ष जनवरी में जन जागरूकता पैदा करने के लिए 21 एलईडी लगाए गए थे। स्क्रीनिंग के माध्यम से लोगों को एचआईवी/एड्स और इंजेक्शन द्वारा नशीली दवाओं के उपयोग के खतरों के बारे में जागरूक किया गया है।
धलाई और दक्षिण जिलों में 3 नए उपग्रह ओपियोइड प्रतिस्थापन चिकित्सा केंद्र चालू किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पश्चिमी जिले में 18 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र. शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को ओपिओइड प्रतिस्थापन चिकित्सा केंद्रों में परिवर्तित करने की मंजूरी दे दी गई है। इसके लिए स्वास्थ्य संस्थान के कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया है। राज्य में राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण एजेंसी के सात स्टैंड-अलोन ओपिओइड प्रतिस्थापन थेरेपी केंद्र और राज्य सरकार के 19 सैटेलाइट ओपिओइड प्रतिस्थापन केंद्र कार्यरत हैं।
ये केंद्र इंजेक्शन द्वारा नशीली दवाओं का सेवन करने वालों को मुख्यधारा में लाने के लिए वैकल्पिक उपचार उपलब्ध कराते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष जनवरी तक 5,520 इंजेक्शन ड्रग उपयोगकर्ताओं ने ओपिओइड प्रतिस्थापन थेरेपी केंद्रों से सेवाएं प्राप्त की हैं। इनमें से 612 का उपचार पूरा हो चुका है और वे स्वस्थ एवं सामान्य जीवन में लौट आये हैं।








