
कृषि पर पश्चिम त्रिपुरा जिला परिषद स्थायी समिति की बैठक
ऑनलाइन डेस्क, 14 जून, 2023: जिला परिषद की कृषि मामलों की स्थायी समिति की बैठक हाल ही में पश्चिम त्रिपुरा जिला परिषद के बैठक कक्ष में हुई। बैठक की अध्यक्षता स्थायी समिति सदस्य सुधांशु भट्टाचार्य ने की।
बैठक में कृषि विभाग के अधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि योजना के तहत पश्चिम त्रिपुरा जिले में कुल 12,678 लाभार्थियों को लाभ मिला है।
पश्चिम त्रिपुरा जिले के मोहनपुर, हेजमारा, मंडई, जिरानिया, डुकली और बामुटिया कृषि प्रभागों ने 1,440 किलोग्राम उच्च उपज वाले आयुष धान के बीज, 52,620 किलोग्राम उच्च उपज वाले अमन धान के बीज, 1,000 किलोग्राम संकर मक्का के बीज और 1,000 किलोग्राम कौन की आपूर्ति की है।
चालू वित्त वर्ष में खरीफ सीजन के दौरान किसानों को धान का बीज दिया जाता है इसके अलावा, मोहनपुर, हेजमारा, मंडई, जिरानिया और डुकली कृषि उपखंडों में 9675 किलोग्राम संकर बोरो चावल के बीज और 54450 किलोग्राम उच्च उपज वाले बोरो चावल के बीज रबी मौसम में दिए गए।
चालू वित्तीय वर्ष में पश्चिमी जिले के मोहनपुर, हेजमारा, मंडई, जिरानिया, डुकली एवं बामुटिया कृषि उपखण्ड में खरीफ सीजन में 66 हेक्टेयर भूमि आयुष धान की खेती के अंतर्गत आ चुकी है।
बैठक में उद्यान एवं भूमि संरक्षण विभाग के अधिकारी ने बताया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में 4 हेक्टेयर भूमि में आलू की खेती, 125 हेक्टेयर में अनानास की खेती, 0.35 हेक्टेयर भूमि में तरबूज की खेती का लक्ष्य लिया गया है. वित्तीय वर्ष।
साथ ही किसानों को 35 मीट्रिक टन आलू बीज देने का लक्ष्य रखा गया है। चालू वित्तीय वर्ष में मनरेगा योजनान्तर्गत मोहनपुर एवं लेफुंगा प्रखंड में 16 हेक्टेयर, बामुटिया प्रखंड में 7 हेक्टेयर, हेजमारा प्रखंड में 3 हेक्टेयर में आम के पौधे रोपने का लक्ष्य रखा गया है।
MGN REGA योजना के तहत MIDH योजना ने पश्चिमी जिले में 15 हेक्टेयर आम के बागान को लक्षित किया है। बैठक में मत्स्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में पश्चिम जिले में 65 मछली पालकों का लक्ष्य रखा गया है।
इस कार्यक्रम में 5.20 हेक्टेयर भूमि मत्स्य पालन के अंतर्गत आएगी सघन मत्स्य पालन परियोजना में 74 मत्स्य कृषकों को सहायता देने का लक्ष्य।
इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन में 11.84 हेक्टेयर भूमि मत्स्य पालन के अन्तर्गत आएगी पश्चिम जिले में 18 मत्स्य पालकों को पाबडा मछली, 18 मागुर मछली, 18 शिंगी मछली तथा 34 झींगा मछली फ्राई की सहायता करने का लक्ष्य रखा गया है। इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन में 10.664 हेक्टेयर भूमि मत्स्य पालन के अन्तर्गत आएगी।
बैठक में पशु संसाधन विकास विभाग के अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री आत्मनिर्भर परिवार योजना के तहत 900 हितग्राहियों को 1 सुअर, 450 हितग्राहियों को 1 बकरी, 4290 को 10 मुर्गे तथा 1430 हितग्राहियों को 10 बत्तख देने का लक्ष्य लिया गया है।
गो-धन योजना के तहत चालू वित्तीय वर्ष में 21,340 मवेशियों के कृत्रिम गर्भाधान का लक्ष्य रखा गया है। खाद्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि पश्चिमी जिले की प्रत्येक उचित मूल्य दुकान में राशन सामग्री का पर्याप्त भंडार है।
तत्काल राशन की दुकानों पर भी दाल मिल सकती है। उक्त बैठक में जिला परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष हरिदुलाल आचार्य, समिति के अन्य सदस्य एवं संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे.








