
वा महोत्सव के समापन समारोह में सहकारिता मंत्री ने समाज के विकास में शिक्षा के महत्व पर दिया बल
ऑनलाइन डेस्क, 17 अक्टूबर, 2025: राज्य सरकार राज्य के प्रत्येक आदिवासी वर्ग के लोगों की संस्कृति और विरासत के विकास के लिए तत्पर है। राज्य सरकार विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से आदिवासियों की संस्कृति और विरासत के विकास को प्रोत्साहित कर रही है। सहकारिता मंत्री शुक्लाचरण नोआतिया ने कल शिलाचारी स्थित महाबोधि इंग्लिश मीडियम स्कूल मैदान में आयोजित दो दिवसीय 22वें राज्य स्तरीय वा महोत्सव के समापन समारोह में यह बात कही।
समारोह में उन्होंने कहा कि समाज के विकास में शिक्षा का महत्व बहुत अधिक है। वर्तमान सरकार आदिवासियों की शिक्षा में सुधार के लिए विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन कर रही है। आदिवासियों की सांस्कृतिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न वाद्य यंत्र उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसके लिए राज्य के बजट में वित्तीय संसाधनों का भी प्रावधान किया गया है। आदिवासियों के समग्र विकास में प्रत्येक आदिवासी समाज के सामाजिक नेताओं की भी महत्वपूर्ण भूमिका है।
समारोह में विधायक संजय माणिक त्रिपुरा, आईबीसी के उप महासचिव वेन. डॉ. ने भी विचार रखे। खेमाचारा, राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापिका क्रिरी मोग चौधरी, मोग सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन की शिलाचारी अंचल समिति के सचिव लाबरा मोग। मोग सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन की केंद्रीय समिति के उपाध्यक्ष चैलायु मोग ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम में करबुक ब्लॉक के बी.ए.सी. के उपाध्यक्ष प्रणब त्रिपुरा, आरटीएसए के अध्यक्ष गौतम मोग, सामाजिक कार्यकर्ता अतींद्र रियात, मोग सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन के महासचिव दोयांग मोग आदि भी उपस्थित थे।








