
विकसित त्रिपुरा 2047 दस्तावेज का अनावरण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के पथ पर आगे बढ़ने का राज्य सरकार का लक्ष्य एक विकसित और बेहतर त्रिपुरा का निर्माण करना है
ऑनलाइन डेस्क, 22 अगस्त, 2025: भारत 2047 में आजादी के 100 साल पूरे करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान देश को एक विकासशील राष्ट्र में बदलने के लिए विकसित भारत-2047 कार्यक्रम की शुरुआत की है। इस कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य देश के लोगों का आर्थिक विकास, सशक्तिकरण और सतत जीवन स्तर सुनिश्चित करना है। इस दिशा में वर्तमान सरकार राज्य के समग्र विकास के लिए प्रयासरत है। इस संबंध में, राजनीतिक हस्तियों, आम लोगों और प्रशासनिक स्तर पर अधिकारियों को मिलकर काम करना होगा।
मुख्यमंत्री प्रो. (डॉ.) माणिक साहा ने आज प्रज्ञा भवन में ‘विकसित त्रिपुरा-2047’ के दस्तावेज का अनावरण करते हुए यह बात कही। इस कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि त्रिपुरा पूर्वोत्तर का पहला राज्य है जिसने विकसित भारत-2047 पहल के तहत एक दस्तावेज तैयार किया है। विकास के पथ पर आगे बढ़ने के लिए राज्य सरकार का उद्देश्य एक विकसित और बेहतर त्रिपुरा का निर्माण करना है। जहां आम नागरिकों के लिए एक समृद्ध, सुरक्षित, स्वस्थ भविष्य होगा। जो प्रकृति और पर्यावरण के साथ सामंजस्य बिठाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक्ट ईस्ट नीति की दृष्टि से त्रिपुरा राज्य भारत में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
इस नीति का मुख्य उद्देश्य एशिया प्रशांत क्षेत्र के देशों के साथ आर्थिक सहयोग, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और रणनीतिक साझेदारी विकसित करना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार किसानों, महिलाओं, युवाओं और गरीबों के विकास के लिए भी अथक प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकसित भारत या विकसित त्रिपुरा के निर्माण का मुख्य स्रोत आत्मनिर्भरता है। इस संबंध में, स्थानीय सामग्रियों के अधिकतम उपयोग, नवीन सोच, नागरिक जीवन के एकीकरण और आत्म-सशक्तिकरण पर सबसे अधिक जोर दिया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री प्रो. (डॉ.) माणिक साहा ने कहा कि राज्य किसान सशक्तीकरण, स्वास्थ्य सेवा उन्नति, डिजिटल शासन और औद्योगिक विकास के क्षेत्रों में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त कर रहा है।
यह निवेश के मामले में नए मानक स्थापित कर रहा है। त्रिपुरा के प्राकृतिक संसाधनों जैसे बांस, रबर और वन संसाधनों का उपयोग करके स्थायी उद्योग विकसित किए गए हैं और हजारों लोगों की आजीविका सुनिश्चित की गई है। ग्रामीण विद्युतीकरण, सौर ऊर्जा और स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की पहल से लोगों के जीवन स्तर में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के शुभारंभ से लगभग 4.26 लाख लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड प्राप्त हुए हैं। पहले ही 8,000 से अधिक मरीजों को कैशलेस उपचार मिल चुका है। ई-ऑफिस प्लेटफॉर्म को पंचायत/ग्राम समिति तक सफलतापूर्वक लागू किया गया है।
ई-ऑफिस प्लेटफॉर्म लॉन्च करने में त्रिपुरा देश में पहले स्थान पर है स्टार्ट-अप योजना, 2019, त्रिपुरा डेटा सेंटर नीति, 2021, त्रिपुरा अगर लकड़ी नीति, 2021 सहित विभिन्न नीतियों के माध्यम से राज्य के औद्योगिक विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है। परिणामस्वरूप, राज्य में महत्वपूर्ण निजी निवेश आया है, जिससे राज्य के विकास की गति और तेज हुई है। चर्चा में वित्त मंत्री प्रणजीत सिंघाराई ने कहा कि ‘विकसित त्रिपुरा-2047’ दस्तावेज़ राज्य के नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में एक रणनीतिक बदलाव सुनिश्चित करेगा। इसका मुख्य लक्ष्य गरीबी मुक्त राज्य बनाना, उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं, उच्च शिक्षा और बुनियादी नागरिक सेवाएं सुनिश्चित करना है।
कार्यक्रम पर चर्चा करते हुए मुख्य सचिव जे. के. सिन्हा ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में राज्य की आर्थिक वृद्धि देश के कई बड़े राज्यों की तुलना में अधिक रही है। नीति आयोग के कार्यक्रम निदेशक राजीव कुमार सेन, योजना विभाग के सचिव एल. टी. डार्लोंग भी चर्चा में शामिल हुए। आज के कार्यक्रम में राज्य मंत्रिमंडल के सभी सदस्य, पुलिस महानिदेशक अनुराग उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में राज्य के सभी विभागों के विशेष सचिव, सचिव और निदेशक उपस्थित थे।








