
त्रिपुरा में कौशल विकास और रोज़गार अवसंरचना के पुनर्गठन पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित
ऑनलाइन डेस्क, 01 अगस्त, 2025: ‘त्रिपुरा में कौशल विकास और रोज़गार अवसंरचना के पुनर्गठन’ विषय पर आज प्रज्ञा भवन में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला का आयोजन त्रिपुरा इंस्टीट्यूशन फॉर ट्रांसमिशन (TIFT) और भारतीय प्रबंधन संस्थान, कोलकाता द्वारा किया गया था। यह एक सतत संयुक्त शोध का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य त्रिपुरा में तकनीकी व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण प्रणाली को मज़बूत करना है।
कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री कार्यालय के विशेष कार्याधिकारी, परमानंद सरकार बनर्जी उपस्थित थे। अपने भाषण में, उन्होंने राज्य की कौशल पहलों को उभरते आर्थिक अवसरों और वास्तविकताओं के साथ जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यशाला में आईआईएम कोलकाता की ओर से प्रोफेसर सैकत मैत्रा और प्रोफेसर राजेश बाबू आर ने बात की। चर्चा में उच्च क्षमता वाले क्षेत्रों की पहचान की गई, जिनमें लॉजिस्टिक्स, आईटी/आईटीईएस, इको-टूरिज्म, कृषि-प्रसंस्करण, फार्मा और हस्तशिल्प शामिल हैं। कार्यशाला में आतिथ्य, स्वास्थ्य सेवा, बांस, रबर, औद्योगिक संपर्क और उद्यमिता एवं डिजिटल कौशल सहित आदिवासी युवाओं के कौशल विकास जैसे मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
कार्यशाला में प्राप्त विचार और सुझाव आईआईएम कलकत्ता और टीआईएफटी द्वारा तैयार किए जाने वाले अंतिम नीति पत्र और कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। कार्यशाला की कार्यवाही और परिणामों का व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार किया जाएगा ताकि नीति निर्माण में मदद मिल सके। यह पहल राज्य सरकार की एक गतिशील, समावेशी, भविष्योन्मुखी कौशल अवसंरचना के निर्माण के प्रति स्पष्ट प्रतिबद्धता को दर्शाती है जो राज्य के युवाओं को सशक्त बनाएगी और आर्थिक विकास को गति प्रदान करेगी। टीआईएफटी की एक प्रेस विज्ञप्ति में इस समाचार की घोषणा की गई।








