
वर्तमान राज्य सरकार का मुख्य लक्ष्य आदिवासियों के विकास के लिए हर क्षेत्र में शत-प्रतिशत विकास हासिल करना है: कल्याण मंत्री
ऑनलाइन डेस्क, 15 जून, 2025: वर्तमान राज्य सरकार का मुख्य लक्ष्य आदिवासियों के विकास के लिए हर क्षेत्र में शत-प्रतिशत विकास हासिल करना है। इसलिए केंद्रीय परियोजना के साथ-साथ राज्य सरकार की विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से आदिवासियों के विकास को सर्वाधिक महत्व दिया जा रहा है।
आज आदिवासी कल्याण मंत्री विकास देबबर्मा ने प्रज्ञा भवन में राज्य आधारित धरती आबा जनभागीदारी अभियान का शुभारंभ करते हुए यह बात कही। उल्लेखनीय है कि यह कार्यक्रम 30 जून तक चलेगा। कार्यक्रम में बोलते हुए आदिवासी कल्याण मंत्री विकास देबबर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के आदिवासियों के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए आज तक जो कदम उठाए गए हैं, वैसा पिछली केंद्र सरकारों के कार्यकाल में कभी नहीं देखा गया।
इस अभियान के माध्यम से राज्य के प्रत्येक आदिवासी बहुल ग्राम समिति में केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ लाभार्थियों के दरवाजे तक पहुंचाया जाएगा। इस संबंध में 30 जून तक आयोजित विभिन्न शिविरों से लाभार्थी 20 विभागों की विभिन्न सेवाओं का आसानी से लाभ उठा सकेंगे। आदिम जाति कल्याण मंत्री ने कहा कि राज्य में आदिवासियों का एक वर्ग अभी भी विभिन्न सरकारी लाभों से अवगत नहीं है। उस स्थिति में यह कार्यक्रम विशेष भूमिका निभा सकता है।
अपने भाषण में आदिम जाति कल्याण मंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित विद्यार्थियों से कहा कि केवल शिक्षित होना ही पर्याप्त नहीं है। शिक्षा के साथ-साथ हमें समाज को आगे बढ़ाने के लिए भी काम करना होगा। उन्होंने विद्यार्थियों से खेलकूद और स्वस्थ संस्कृति में और आगे आने का आग्रह किया। कार्यक्रम में बोलते हुए सहकारिता मंत्री शुक्लाचरण नोतिया ने कहा कि 2047 तक विकसित भारत का निर्माण आदिवासियों के समग्र विकास से ही संभव है।
भगवान बिरसा मुंडा को किसी भी पिछली सरकार ने सही दर्जा नहीं दिया। हालांकि इस देश की आजादी में उनका योगदान निर्विवाद है। मौजूदा केंद्र सरकार के कार्यकाल में इस देश को एक महिला राष्ट्रपति मिली वर्तमान राज्य सरकार राज्य के विभिन्न विभागों के माध्यम से आदिवासी क्षेत्रों में सुविधाएं प्रदान करने के लिए एकजुट होकर काम कर रही है।
इस कार्यक्रम में विशेष अतिथि राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति वित्त एवं विकास निगम के एमडी और अध्यक्ष टी.आर. पैते, टी.आर.पी. और पी.टी.जी. विभाग के निदेशक नागेंदु देबबर्मा, आदिवासी अनुसंधान और सांस्कृतिक संस्थान के निदेशक रत्नदीप देबबर्मा थे। कार्यक्रम में आदिवासी कल्याण मंत्री और अन्य अतिथियों ने आज राज्य के विभिन्न स्कूलों के लिए ऑनलाइन स्मार्ट कक्षाओं का उद्घाटन किया। आदिवासी कल्याण मंत्री ने विभिन्न स्कूलों के बोर्डिंग हाउस के आदिवासी छात्रों के साथ भी वर्चुअली बातचीत की।
इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय प्रतियोगिता में विशेष उपलब्धियों के लिए 2 आदिवासी छात्रों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में पश्चिम त्रिपुरा जिले के जिलाधिकारी डॉ. विशाल कुमार, आदिवासी कल्याण विभाग के निदेशक सुभाशीष दास और प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता बिपिन देबबर्मा भी उपस्थित थे।