
मतदाता सूची पुनरीक्षण पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित
ऑनलाइन डेस्क, 6 जून, 2025: आज प्रज्ञा भवन के सभागार क्रमांक 2 में मतदाता सूची पुनरीक्षण पर बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) और बूथ लेवल अधिकारी पर्यवेक्षकों (बीएलओएस) के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। राज्य मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने इस प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया था। शिविर में पश्चिम त्रिपुरा जिले के सदर, मोहनपुर और जिरानिया अनुमंडलों के कुल 80 बीएलओ और बीएलओ पर्यवेक्षकों ने भाग लिया। मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी बृजेश पांडे ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया में बीएलओ और बीएलओ पर्यवेक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। वे मतदान प्रक्रिया में जमीनी स्तर पर सैनिकों की तरह काम करते हैं।
बीएलओ और बीएलओ पर्यवेक्षक अपने-अपने मतदान केंद्र क्षेत्रों में नए मतदाताओं के नाम शामिल करने, नाम परिवर्तन आदि में सहायक भूमिका निभाते हैं। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य बीएलओ एवं बीएलओ पर्यवेक्षकों को और अधिक दक्ष बनाना है, ताकि शत-प्रतिशत त्रुटिरहित मतदाता सूची तैयार की जा सके। उन्होंने चुनाव प्रक्रिया से संबंधित विभिन्न नियमों एवं विनियमों पर भी चर्चा की। प्रशिक्षण शिविर में पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से चर्चा में भाग लेते हुए अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी उषाजेन मोग ने ‘बीएलओ के नीतिगत दिशा-निर्देश एवं दायित्व’ पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि बीएलओ भारत निर्वाचन आयोग का चेहरा होते हैं। प्रदेश भर में कुल 3352 मतदान केंद्र हैं। इन मतदान केंद्र क्षेत्रों में बीएलओ एवं बीएलओ पर्यवेक्षक मतदाताओं के लिए पारदर्शी एवं सुचारू रूप से कार्य कर सकें, इसके लिए यह प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया है।
उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग ने देशभर में एक लाख बीएलओ एवं बीएलओ पर्यवेक्षकों को इस प्रकार का प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा है। चर्चा में भाग लेते हुए निर्वाचन विभाग की उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुमन बनिक ने बीएलओ एप, ईआरओ नेट ओवरव्यू तथा राष्ट्रीय मतदाता सेवा पोर्टल एवं हेल्पलाइन एप के बारे में विस्तार से चर्चा की। मोहनपुर अनुमंडल के अनुमंडल प्रशासक सुभाष दत्ता ने मतदाता सूची प्रबंधन पर चर्चा की। प्रशिक्षण शिविर में बीएलओ और बीएलओ पर्यवेक्षकों ने चुनाव के विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किए। प्रशिक्षण शिविर में निर्वाचन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद थे।