
सीएम ने मनाया अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस, कहा- स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में नर्सिंग अधिकारी भी निभाते हैं अहम भूमिका
ऑनलाइन डेस्क, 12 मई 2025: किसी भी स्वास्थ्य संस्थान में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में डॉक्टरों के साथ-साथ नर्सिंग ऑफिसर की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। नर्सिंग अधिकारियों द्वारा प्रदान की गई ईमानदार सेवा के कारण ही मरीजों और उनके परिवारों में स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के प्रति विश्वास का निर्माण होता है। मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा ने आज रवींद्र शताब्दी भवन में अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में अपने भाषण में यह बात कही।
इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस का विषय है ‘हमारी नर्सें, हमारा भविष्य, नर्सों की देखभाल, अर्थव्यवस्थाओं को मजबूत करना’। स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्सिंग अधिकारी किसी भी स्वास्थ्य संस्थान में अग्रणी भूमिका निभाते हैं। वे मरीजों को ठीक करने के लिए अथक परिश्रम करते हैं। अस्पतालों में आने वाले मरीजों का स्वास्थ्य प्रणाली में विश्वास हासिल करना नर्सिंग अधिकारियों की सेवाओं पर निर्भर करता है।
इसलिए, उन्हें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता के प्रति जागरूक होना चाहिए कि सेवाओं में कोई कमी न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के विभिन्न नर्सिंग संस्थानों से उत्तीर्ण विद्यार्थी देश-विदेश में विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में अच्छी प्रतिष्ठा के साथ कार्य कर रहे हैं। प्रौद्योगिकी के वर्तमान युग में नर्सिंग अधिकारियों को आधुनिक प्रशिक्षण पर भी जोर देना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्सिंग प्रशिक्षण संस्थान को अगरतला सरकारी नर्सिंग कॉलेज में परिवर्तित कर दिया गया है ताकि राज्य के बच्चे राज्य के भीतर ही नर्सिंग की पढ़ाई कर सकें।
राज्य के विभिन्न भागों में निजी नर्सिंग संस्थान भी हैं, जहां राज्य के बच्चों को नर्सिंग की पढ़ाई करने का अवसर मिल रहा है। वर्ष 2024 में राज्य के स्वास्थ्य संस्थानों में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए 153 नर्सिंग अधिकारियों की नियुक्ति की गई। इसके अलावा, 332 नर्सिंग अधिकारियों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। इसके अतिरिक्त, नर्सिंग अधिकारियों को ऑपरेशन थियेटर, आपातकालीन जीवन रक्षक प्रणाली, नवजात एवं बाल्यावस्था की बीमारियों का सुविधा आधारित एकीकृत प्रबंधन आदि विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार राज्य के स्वास्थ्य ढांचे को बेहतर बनाने पर जोर देते हुए कार्य कर रही है।
आने वाले दिनों में राज्य में मेडिकल हब स्थापित करने की भी योजना बनाई जा रही है। इस अवसर पर बोलते हुए समाज कल्याण एवं सामाजिक शिक्षा मंत्री टिंकू रॉय ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे में व्यापक विकास हुआ है। आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से अब ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को भी स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही हैं। कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग की सचिव किरण गिट्टी और निदेशक डॉ. तपन मजूमदार. इस कार्यक्रम में परिवार कल्याण एवं रोग निवारण विभाग के निदेशक डा. अंजन दास, स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक। हरप्रसाद शर्मा, त्रिपुरा नर्सिंग काउंसिल रजिस्ट्रार रेबेका डार्लोंग, त्रिपुरा नर्सिंग काउंसिल के उपाध्यक्ष अरिंदम देब आदि मौजूद थे।
इस कार्यक्रम में 2023 और 2024 की नर्सिंग परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन करने वाले विभिन्न नर्सिंग संस्थानों के 10 छात्रों को सम्मानित किया गया। इसके अलावा, आईजीएम आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के सफल कार्यान्वयन के लिए काम कर रहा है। अस्पताल, उत्तर त्रिपुरा जिला अस्पताल, राज्य आयुर्वेदिक अस्पताल, विशालगढ़ उपखंड अस्पताल और धलाई जिला अस्पताल को पुरस्कृत किया गया। मुख्यमंत्री ने पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए।