
मुख्यमंत्री जी, नेत्र चिकित्सा शिविर का उद्घाटन कर हमें बुजुर्गों के प्रति सम्मान, प्रेम और करुणा का दायरा बढ़ाना होगा
ऑनलाइन डेस्क, 10 मई, 2025: वरिष्ठ नागरिक हमारे समाज पर बोझ नहीं हैं। हमें बुजुर्गों के प्रति सम्मान, प्रेम और करुणा का दायरा बढ़ाना होगा ताकि समाज में वृद्धाश्रम न बनें। वरिष्ठ नागरिकों के साथ खड़े रहना हमारी सामाजिक जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा ने आज अगरतला के शांतिपाड़ा स्थित विवेकानंद आवास में शांतिपाड़ा प्रवीण नागौरिक संघ और अश्विनी नेत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित नेत्र उपचार शिविर का उद्घाटन करते हुए यह बात कही।
उन्होंने कहा कि बुजुर्गों की सहजता युवाओं से कम नहीं है। उनमें समाज के लिए कुछ करने की ललक देखी जा सकती है। इस तरह के नेत्र उपचार शिविरों का आयोजन निःसंदेह एक सराहनीय पहल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आम नागरिकों को आंखों की समस्याओं से बचने के लिए 40 वर्ष की आयु के बाद नियमित रूप से आंखों की जांच करानी चाहिए। हालाँकि, वर्तमान डिजिटल युग में मोबाइल फोन और इंटरनेट के अत्यधिक उपयोग के कारण आजकल बच्चों में भी आँखों की समस्या देखी जा रही है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत 70 वर्ष या उससे अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों को उनकी आय के बावजूद 5 लाख रुपये के स्वास्थ्य बीमा के तहत लाने के निर्णय को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सितंबर 2024 में मंजूरी दी थी। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने सामाजिक भत्ते की राशि बढ़ाकर 2,000 टका कर दी है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में 4 लाख 8 हजार से अधिक लाभार्थियों को विभिन्न योजनाओं के तहत सामाजिक भत्ते प्रदान किए गए हैं।
इस पर 518 करोड़ टका से अधिक राशि खर्च की गई है। राज्य सरकार के इस वर्ष के बजट में मानसिक रूप से विकलांग व्यक्तियों के लिए मुख्यमंत्री योजना नामक योजना शुरू करने का प्रावधान किया गया है। इस परियोजना के अंतर्गत मानसिक रूप से विकलांग लोगों को 5,000 टका का मासिक भत्ता प्रदान किया जाएगा। इस मामले में, जो लोग वर्तमान में 2,000 टका भत्ता प्राप्त कर रहे हैं, उन्हें 3,000 टका का अतिरिक्त मासिक भत्ता दिया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे और सेवाओं के विकास और विस्तार के लिए सरकार की विभिन्न पहलों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों के पास काफी अनुभव है। उनका अनुभव हमें भविष्य में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि युवा-बूढ़े सभी के सामूहिक प्रयासों से एक सुन्दर एवं स्वस्थ राज्य एवं समाज का निर्माण होगा।
अगरतला नगर निगम पार्षद रत्ना दत्ता ने कार्यक्रम में स्वागत भाषण दिया। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ. तपन मजूमदार भी मौजूद थे। इस कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता श्यामल देव भी उपस्थित थे। वरिष्ठ नागरिक संघ के अध्यक्ष नारायण चंद्र साहा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। शिविर में 110 लोगों को नेत्र देखभाल सेवाएं प्राप्त हुईं।