
त्रिपुरा जल बोर्ड की बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा, राज्य सरकार लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए कई परियोजनाओं पर काम कर रही है
ऑनलाइन डेस्क, 07 मई, 2025: राज्य सरकार लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए कई परियोजनाएं चला रही है। ऐसी स्थिति में, उन क्षेत्रों में शीघ्र पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था की जानी चाहिए जहां अभी भी पेयजल की समस्या है। यदि आवश्यक हो तो पुरानी पाइपलाइनों को नई पाइपलाइनों से बदलने के लिए पहल की जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ) माणिक साहा ने आज सचिवालय कॉन्फ्रेंस हॉल में त्रिपुरा जल बोर्ड की 5वीं बैठक में यह बात कही। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि जल बोर्ड को यह निर्धारित करने के लिए आवश्यक पहल करनी होगी कि और कहां लौह निष्कासन संयंत्र स्थापित किए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि फ्लैटों में पानी का कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश होने चाहिए।
मुख्यमंत्री ने बोर्ड को नागरिकों को पानी की आपूर्ति करने से पहले पानी के परीक्षण में अधिक सतर्कता बरतने की सलाह दी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पेयजल कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिए पारदर्शी दिशा-निर्देश एवं प्रबंधन लाना आवश्यक है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने वाटर एटीएम भी लगवाया है।
उन्होंने तोपों के उचित रखरखाव पर भी जोर दिया। बैठक की शुरुआत में त्रिपुरा जल बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विवेक एच. बी. ने राज्य में कार्यान्वित विभिन्न जल बोर्ड परियोजनाओं की वर्तमान तस्वीर प्रस्तुत की। उन्होंने जल बोर्ड की चल रही अमृत 20 परियोजना की वर्तमान स्थिति और अगरतला के 13 भूजल उपचार और सतही जल उपचार संयंत्रों के वर्तमान प्रदर्शन के बारे में भी जानकारी प्रस्तुत की।
उन्होंने जल गुणवत्ता परीक्षण रिपोर्ट और अगरतला शहर में घरों में पेयजल कनेक्शन के बारे में जानकारी भी प्रस्तुत की। इस संबंध में उन्होंने कहा कि मार्च 2025 तक मध्य, दक्षिण, उत्तर और पूर्व जोन सहित अगरतला में 84,378 या 69.12 प्रतिशत घरों में पेयजल कनेक्शन उपलब्ध करा दिए गए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को राज्य के विभिन्न शहरी क्षेत्रों में जल निकायों के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण सहित जल बोर्ड की विभिन्न कार्य योजनाओं का विवरण भी प्रस्तुत किया, साथ ही विशेष सहायक के तहत त्रिपुरा जल बोर्ड द्वारा कार्यान्वित अन्य परियोजनाओं की जानकारी भी दी।
मुख्यमंत्री प्रो. (डॉ.) माणिक साहा की अध्यक्षता में हुई बैठक में अगरतला नगर निगम के महापौर और विधायक दीपक मजूमदार, पेयजल और स्वच्छता विभाग के सचिव अभिषेक सिंह, त्रिपुरा जल बोर्ड के मुख्य वास्तुकार राजीव मजूमदार और बोर्ड के अन्य उच्च पदस्थ अधिकारी शामिल हुए।