
अमरपुर और करबू में 25 परियोजनाओं का उद्घाटन और 22 परियोजनाओं का शिलान्यास, हमारा लक्ष्य अगले दो वर्षों में त्रिपुरा को सबसे विकसित राज्य बनाना है: मुख्यमंत्री
ऑनलाइन डेस्क, 6 मई, 2025: विकास हमारा मुख्य लक्ष्य है। इस लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए, हम अल्प समय में ही राज्य के विभिन्न भागों में विभिन्न बुनियादी ढांचागत विकास कार्य करा रहे हैं। हमारा लक्ष्य अगले दो वर्षों में त्रिपुरा को सर्वाधिक विकसित राज्य बनाना है। मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा ने आज अमरपुर चांदीबाड़ी से सटे स्कूल मैदान में अमरपुर और कारबुक अनुमंडल में विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के लिए आयोजित रैली में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के विकास के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य, जनजातीय कल्याण, संचार प्रणालियों का विकास और लोगों के सामाजिक-आर्थिक स्तर में सुधार शामिल हैं। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री ने 12 फरवरी से 2 मई तक राज्य के विभिन्न भागों में उद्घाटन एवं शिलान्यास की गई परियोजनाओं के आंकड़ों पर आधारित आंकड़े प्रस्तुत किए।
उन्होंने बताया कि इस अवधि के दौरान कुल 368.21 करोड़ रुपये की लागत की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया गया। उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं लोगों की बुनियादी समस्याओं को हल करने का काम करेंगी। उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की जीडीपी बढ़ी है।
औसत प्रति व्यक्ति आय के मामले में भी त्रिपुरा पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्यों में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। त्रिपुरा एक अग्रणी राज्य के रूप में उभर रहा है। स्वास्थ्य क्षेत्र के विकास के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य स्तर पर अस्पतालों, जिलों, उप-मंडलों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के प्रयास किये जा रहे हैं। जी.बी. अस्पताल में किडनी प्रत्यारोपण किया जा रहा है, जो पहले अकल्पनीय था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जी.बी. अस्पताल में बिस्तरों की संख्या बढ़ाकर 1,413 कर दी गई है। बिस्तरों की संख्या बढ़ाने के प्रयास चल रहे हैं। रैली में मुख्यमंत्री ने आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना की सफलता की कहानियों पर प्रकाश डाला। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस वर्ष के बजट में अगरतला में 100 बिस्तरों वाला क्षेत्रीय नेत्र विज्ञान संस्थान अस्पताल बनाने की योजना बनाई गई है। मुख्यमंत्री ने जनजातीय लोगों के विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा की गई विभिन्न पहलों और योजनाओं पर प्रकाश डाला।
इस संदर्भ में मुख्यमंत्री ने आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा के विकास, एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय की स्थापना, राज्य में तीन स्थानों पर तीन डिग्री कॉलेजों के लिए छात्रावास निर्माण आदि का उल्लेख किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के ईमानदार प्रयासों से 23 वर्षों से चली आ रही ब्लू रिफ्यूजियों की समस्या का समाधान हो गया है। इसके अलावा, भारत सरकार, राज्य सरकार, एटीटीएफ और एनएलएफटी सदस्यों के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
परिणामस्वरूप, एटीटीएफ और एनएलएफटी सदस्यों ने अपने हथियार डाल दिए हैं और सामान्य जीवन में लौट आए हैं। परिणामस्वरूप, अब त्रिपुरा को आतंकवाद से मुक्त कहा जा सकता है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अमरपुर एवं कारबुक अनुमंडल में 25 परियोजनाओं का उद्घाटन एवं 22 परियोजनाओं का बटन दबाकर शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं के लिए कुल व्यय आबंटन लगभग 210 करोड़ टका है।
पूर्वी त्रिपुरा लोकसभा क्षेत्र से सांसद कृति देवी सिंह देबबर्मा और विधायक रंजीत दास ने उद्घाटन और शिलान्यास समारोह में बात की। गोमती जिले के जिलाधिकारी तरित कांति चकमा ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता गोमती जिला परिषद अध्यक्ष देवल देवराय ने की। इस कार्यक्रम में विधायक पठान लाल जमातिया, विधायक संजय माणिक त्रिपुरा, और टीटीएएडीसी के कार्यकारी सदस्य डॉली रियांग और अमरपुर नगर पंचायत के अध्यक्ष विकास साहा भी उपस्थित थे।
अमरपुर नगर पंचायत द्वारा मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा को मंगलचंडी की तस्वीर वाली एक स्मारिका भेंट की गई। प्राकृतिक आपदा के बावजूद बड़ी संख्या में लोग इस कार्यक्रम में एकत्रित हुए। इस बीच, आज दोपहर मुख्यमंत्री ने सबसे पहले ठाकचरा पंचायत कार्यालय का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने चोबिमुरा में पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित चोबिमुरा विकास परियोजना की औपचारिक आधारशिला रखी। इस परियोजना पर 67.76 करोड़ टका की लागत आएगी, जिसका वित्तपोषण एशियाई विकास बैंक द्वारा किया जाएगा।