
राज्य में महिलाओं और बच्चों के सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
ऑनलाइन डेस्क, 28 अप्रैल, 2025: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग और भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद के क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र, डिब्रूगढ़ ने आज राज्य में महिलाओं और बच्चों के सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
प्रज्ञा भवन में आयोजित समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर समारोह में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की सचिव किरण गीतो, हेल्थ राइट्स के निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) तपन मजूमदार, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक प्रशांत बादल नेगी, क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान केंद्र के निदेशक डॉ. अंजन दास उपस्थित थे। डॉ. सुबर्णा रॉय, कार्यक्रम अधिकारी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन। संजय रुद्रपाल एवं अन्य।
समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर समारोह में बोलते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव किरण गित्ते ने कहा कि मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य की रक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। स्वास्थ्य समस्याओं के मूल कारणों का पता लगाने के लिए प्रासंगिक विषय पर शोध करना ही एकमात्र तरीका है। इसके माध्यम से सही कदम उठाए जा सकेंगे।
पिछले कुछ वर्षों में त्रिपुरा की स्वास्थ्य सेवाओं में काफी सुधार हुआ है। राज्य में शिशु मृत्यु दर प्रति 1,000 बच्चों पर 18 है। इसकी तुलना में, राष्ट्रीय औसत प्रति 1,000 बच्चों पर 28 है। सचिव ने कहा कि वर्तमान में त्रिपुरा में 98 प्रतिशत से अधिक महिलाएं स्वास्थ्य सुविधाओं में ही बच्चों को जन्म दे रही हैं। यह ध्यान देने योग्य है कि इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होने के बाद से, तीन मुद्दों पर अनुसंधान किया जाएगा: किशोर विवाह और गर्भावस्था, एनीमिया और नवजात मृत्यु दर।