
राज्य का पर्यटन उद्योग भविष्य में वैकल्पिक अर्थव्यवस्था की नींव बनेगा: पर्यटन मंत्री
ऑनलाइन डेस्क, 1 अप्रैल 2025: राज्य का पर्यटन उद्योग भविष्य में वैकल्पिक अर्थव्यवस्था की नींव बनेगा। इस उद्योग से स्थानीय लोगों का आर्थिक और सामाजिक विकास होगा। केन्द्र और राज्य सरकारों की वित्तीय सहायता से राज्य के पर्यटन उद्योग को नया स्वरूप दिया जा रहा है। अगले दो वर्षों में राज्य के पर्यटन उद्योग को महत्वपूर्ण स्तर पर ले जाया जाएगा। पर्यटन मंत्री सुशांत चौधरी ने आज विधानसभा में विधायक रंजीत दास द्वारा लाए गए एक निजी संकल्प पर चर्चा के दौरान यह बात कही।
निजी प्रस्ताव में राज्य के प्रत्येक पर्यटन केन्द्र पर आने वाले पर्यटकों की समग्र सुविधा के लिए आवश्यक उपाय करने तथा इन केन्द्रों को देश-विदेश के पर्यटकों के लिए अधिक आकर्षक एवं मनमोहक बनाने का प्रस्ताव था। यह बैठक त्रिपुरा सरकार से भी ऐसा ही करने का अनुरोध करती है। प्रस्ताव पेश करते हुए विधायक रंजीत दास ने सरकार से बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए पर्यटन उद्योग का अधिक उपयोग करने तथा पर्यटन स्थलों की सुंदरता को बनाए रखने पर अधिक ध्यान देने का आग्रह किया।
निजी प्रस्ताव पर चर्चा में पर्यटन मंत्री सुशांत चौधरी ने कहा कि पिछली सरकार की नकारात्मक भूमिका के कारण राज्य में पर्यटन उद्योग का अपेक्षित विकास नहीं हो पाया है। उस समय पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए केंद्रीय परियोजनाओं के करीब 22 करोड़ 91 लाख रुपए वापस कर दिए गए थे। राज्य का वर्तमान पर्यटन बजट लगभग 1.5 अरब टका है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यदि भारत को आगे बढ़ना है तो पर्यटन उद्योग को महत्व देना होगा। अपने भाषण में पर्यटन मंत्री ने कहा कि प्रसाद योजना के तहत त्रिपुरेश्वरी मां मंदिर में विकास कार्य अगले कुछ दिनों में पूरा हो जाएगा।
चौबाखला में भारत-बांग्लादेश मैत्री उद्यान के विकास के लिए 4.50 करोड़ टका की लागत से ग्यारह विभिन्न सेवा अवसंरचनाओं का निर्माण किया गया है। वर्तमान में उज्जयंत पैलेस में प्रकाश एवं ध्वनि शो चल रहा है। इसके अलावा, अगरतला के जगन्नाथ दिघी में भारत का सबसे लंबा लेजर शो शुरू किया गया है। जल पर्यटन को और बढ़ावा देने के लिए 50 मूक नावें खरीदी जाएंगी। पर्यटकों की सुविधा के लिए 68 लाख टका की लागत से दो अत्याधुनिक अरमानिया बसें पहले ही खरीदी जा चुकी हैं।
राज्य सरकार जल्द ही राज्य में होमस्टे को और अधिक लोकप्रिय बनाने के लिए एक नीति पेश करेगी। हालांकि वर्तमान में राज्य में 40-50 होमस्टे हैं। पर्यटन मंत्री सुशांत चौधरी ने आगे कहा कि 2013-2018 की अवधि के दौरान राज्य में घरेलू और विदेशी पर्यटकों की संख्या 2 मिलियन से अधिक थी। इस दौरान आय 19 करोड़ 42 लाख टका रही। 2018 से 2025 तक पर्यटकों की संख्या बढ़कर 2.8 मिलियन से अधिक हो जाएगी। इस दौरान आय 31 करोड़ 72 लाख टका रही। पर्यटन मंत्री ने कहा कि राज्य के पर्यटन उद्योग को विश्व में बढ़ावा देने और विस्तार देने के लिए विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं। चर्चा के बाद विधानसभा में गैर-सरकारी संकल्प को सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया।