
जिन परिवारों को बिजली नहीं मिली है, उन्हें बिजली उपलब्ध कराने का काम प्रगति पर है: विद्युत मंत्री
ऑनलाइन डेस्क, 25 मार्च, 2025. . राज्य के विभिन्न हिस्सों में जहां अभी तक घरों और सार्वजनिक स्थानों तक बिजली नहीं पहुंची है, वहां विद्युत विभाग ने भारत सरकार के जनजातीय कल्याण विभाग की धरती आबा जनजातीय उत्कर्ष अभियान (डीए-जेजीयूए) परियोजना और पीएम-जनमन और पीएम-दिव्य परियोजनाओं के तहत त्रिपुरा राज्य विद्युत निगम और व्यापारियों के माध्यम से सौर माइक्रोग्रिड प्रणाली के माध्यम से बिजली उपलब्ध कराने की योजना बनाई है।
विद्युत मंत्री रतन लाल नाथ ने आज राज्य विधानसभा में विधायक शंभू लाल चकमा के प्रश्न के उत्तर में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि डीए-जेजीयूए परियोजना को इस वर्ष 10 फरवरी को राज्य वितरण सुधार समिति से मंजूरी मिल गई है। अब इस मामले को सिर्फ कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार है। राज्य मंत्रिमंडल को मंजूरी के लिए एक प्रस्ताव भी भेजा गया है। कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद डीए-जेजीयूए परियोजना पर काम शुरू कर दिया जाएगा। यह कार्य दिसंबर 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है।
बिजली मंत्री ने कहा कि इसके अलावा पीएम-जनमन और पीएम-दिव्य परियोजनाओं के तहत सोलर माइक्रोग्रिड ट्रेडर्स के माध्यम से हर घर तक बिजली कनेक्शन पहुंचाने का काम प्रगति पर है। पीएम-जनमन परियोजना को बिजली पहुंचाने का काम इस साल अगस्त तक और पीएम-दिव्य परियोजना का काम इस साल दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
विधायक निर्मल बिस्वास के एक अन्य प्रश्न के लिखित उत्तर में विद्युत मंत्री ने बताया कि हाल ही में त्रिपुरा राज्य विद्युत निगम (टीएसईसीएल) के माध्यम से पीएम-जनमन परियोजना के तहत 11,692 परिवारों को और पीएम-दिव्य परियोजना के तहत ट्रेडर्स के माध्यम से 372 परिवारों को बिजली उपलब्ध कराई गई है। इन दोनों संगठनों द्वारा कुल मिलाकर 12,064 परिवारों को विद्युतीकरण के अंतर्गत लाया गया है।








