♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

सलमान रुश्दी को वेंटिलेशन से बाहर ले जाया गया

ऑनलाइन डेस्क, 14 अगस्त, 2022। बुकर विजेता लेखक भी बोल सकता है, उसके एजेंट एंड्रयू वायली कहते हैं। भारतीय मूल के ब्रिटिश उपन्यासकार सलमान रुश्दी को वेंटिलेशन से बाहर कर दिया गया है।

रविवार (14 अगस्त) को ब्रिटिश न्यूज मीडिया बीबीसी ने यह जानकारी दी। इससे पहले एंड्रयू वायली ने कहा, हो सकता है कि 75 वर्षीय सलमान रुश्दी की एक आंख चली जाए।

इस बीच, हादी मटर पर सलमान रुश्दी को चाकू मारने के मामले में हत्या के प्रयास का आरोप लगाया गया है। न्यूयॉर्क राज्य में चौटाउक्वा काउंटी के अभियोजकों ने कहा कि आरोपी ने खुद को दोषी नहीं ठहराया लेकिन बिना जमानत के जेल भेज दिया गया।

बुकर पुरस्कार विजेता लेखक रुश्दी ने 1981 में अपनी पुस्तक ‘मिडनाइट्स चिल्ड्रन’ से प्रसिद्धि प्राप्त की। लेकिन 1988 में उन्हें अपनी चौथी किताब ‘द सैटेनिक वर्सेज’ के लिए 9 साल तक छिपना पड़ा।

मुसलमानों का मानना ​​है कि ‘सैटेनिक वर्सेज’ उपन्यास में इस्लाम का अपमान किया गया है। बुकर पुरस्कार विजेता सलमान रुश्दी को इस किताब को लिखने के बाद से कई बार जान से मारने की धमकियां मिल चुकी हैं।

1988 में ईरान में इस किताब पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। एक साल बाद, ईरान के दिवंगत नेता अयातुल्ला रूहोल्लाह खुमैनी ने रुश्दी को मारने के लिए एक फतवा जारी किया।

उसके सिर पर एक कीमत 3 मिलियन डॉलर निर्धारित की गई थी। भारतीय मूल के लेखक सलमान रुश्दी के पास यूनाइटेड स्टेट्स और यूनाइटेड किंगडम दोनों की नागरिकता है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मुखर पैरोकार, लेखक ने कई बार अपने काम का बचाव किया है।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

आप अपने सहर के वर्तमान बिधायक के कार्यों से कितना संतुष्ट है ?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Close
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129