
35वें औद्योगिक एवं व्यापार मेले का उद्घाटन, राज्य के औसत घरेलू उत्पाद में पहले की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है: मुख्यमंत्री
ऑनलाइन डेस्क, 29 जनवरी 2025: वर्तमान राज्य सरकार राज्य के समग्र विकास के लिए बहुआयामी योजना पर काम कर रही है। सरकार जिस तरह से राज्य के विकास के लिए काम कर रही है, त्रिपुरा की प्रगति को कोई नहीं रोक सकता। राज्य के औसत घरेलू उत्पाद में पहले की तुलना में काफी वृद्धि हुई है।
वर्तमान में प्रति व्यक्ति आय के मामले में त्रिपुरा पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्यों में दूसरे स्थान पर है। मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा ने आज शाम हपानिया अंतर्राष्ट्रीय मेला परिसर में 35वें औद्योगिक एवं व्यापार मेले का उद्घाटन करते हुए यह बात कही। इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मेले के आयोजन का उद्देश्य राज्य में उत्पादित होने वाले उत्पादों को प्रदर्शित करना है। यह जानना कि लोग किस प्रकार के उत्पाद चाहते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में उत्पादित विभिन्न उत्पादों की गुणवत्ता में पहले की तुलना में काफी सुधार हुआ है। उद्यमियों में आत्मविश्वास बढ़ा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी कहा है कि हमें भी यह विश्वास पैदा करना होगा कि हम यह कर सकते हैं। राज्य सरकार बाहर से उद्यमियों को लाकर राज्य में उद्योग लगाने का प्रयास कर रही है। राज्य के लोगों को भी उद्योगोन्मुखी बनना चाहिए। राज्य के लोग भी पहले की तुलना में काफी अधिक उद्यमी बन गये हैं। यह मानसिकता पहले मौजूद नहीं थी। मुझमें यह आत्मविश्वास पैदा हो गया है कि मैं भी यह कर सकता हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें नौकरी मांगने वाला नहीं, बल्कि नौकरी देने वाला बनना होगा। राज्य सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए विभिन्न तरीकों से मदद कर रही है। लगभग 56,000 स्वयं सहायता समूह पहले ही गठित किये जा चुके हैं। सरस मेले से पता चला कि उनके उत्पादों की गुणवत्ता में पहले की तुलना में काफी सुधार हुआ है।
उनके उत्पाद विदेशों में भी बेचे जा रहे हैं। इससे उनका आत्मविश्वास काफी बढ़ गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि त्रिपुरा अब पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्यों में सबसे तेजी से विकास करने वाला राज्य बन गया है। उन्होंने एक भारत श्रेष्ठ भारत और एक त्रिपुरा श्रेष्ठ त्रिपुरा के निर्माण के लिए सभी से सहयोग मांगा और उद्योग एवं व्यापार मेले की सफलता की कामना की। हापानिया अंतर्राष्ट्रीय मेला परिसर में 15 दिवसीय औद्योगिक एवं व्यापार मेले में 576 स्टॉल खोले गए हैं। इनमें से 354 स्टॉल स्थानीय हैं और 144 स्टॉल राज्य के बाहर के हैं। अफगानिस्तान, तुर्की और दुबई से भी स्टॉल खोले गए हैं। इस बार मेले में 17 राज्यों के स्टॉल लगे हैं।
इस वर्ष के मेले का मुख्य विषय ‘गंतव्य त्रिपुरा – अवसरों की भूमि’ है। उद्घाटन समारोह में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री सांत्वना चकमा ने कहा कि राज्य सरकार राज्य में उद्योग स्थापित करने के लिए विभिन्न योजनाओं पर काम कर रही है। राज्य में उपलब्ध रबर, बांस और रतन सहित प्राकृतिक संसाधनों पर आधारित उद्योग स्थापित करने की पहल की गई है। राज्य में नई औद्योगिक नीति पहले ही अपनाई जा चुकी है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सभी के सहयोग से उद्योग एवं व्यापार मेला अधिक आकर्षक बनेगा तथा अधिक व्यापार होगा। उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री ब्रिसकेतु देबबर्मा ने कहा कि इस तरह के मेले रोजगार उपलब्ध कराने तथा उद्योगों की स्थापना को प्रोत्साहित करने के लिए आयोजित किए जाते हैं। राज्य सरकार चाहती है कि युवा पुरुष और महिलाएं अपने पैरों पर खड़े हो सकें। अपने भाषण में उन्होंने बांस मिशन के माध्यम से कौशल विकास और रोजगार सृजन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि देशभर में अगरबत्ती उद्योग के लिए आवश्यक लगभग 60 प्रतिशत अगरबत्ती हमारे राज्य से निर्यात की जाती है। उन्होंने 15 दिवसीय मेले की सफलता की कामना की।
उद्योग एवं वाणिज्य विभाग की निदेशक बिस्वश्री बी. ने सभी का स्वागत किया और उद्घाटन समारोह में भाषण दिया। इस अवसर पर पश्चिम त्रिपुरा जिला परिषद के अध्यक्ष बलाई गोस्वामी, त्रिपुरा विधानसभा के उपाध्यक्ष रामप्रसाद पाल, अगरतला नगर निगम के महापौर एवं विधायक दीपक मजूमदार, विधायक मीना रानी सरकार, टीआईडीसी के अध्यक्ष नवदल बानिक और उद्योग एवं वाणिज्य विभाग की सचिव किरण गित्ते उपस्थित थे। उद्योग एवं व्यापार मेला प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से रात्रि 9 बजे तक खुला रहेगा। उद्घाटन समारोह के बाद मुख्यमंत्री एवं अन्य अतिथियों ने विभिन्न स्टालों का अवलोकन किया।








