
विकासात्मक परिवर्तनों के माध्यम से विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है त्रिपुरा, असम राइफल्स मैदान में मनाया जा रहा है 76वां गणतंत्र दिवस: राज्यपाल
ऑनलाइन डेस्क, 27 जनवरी 2025: विकासात्मक बदलावों के जरिए त्रिपुरा विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। केन्द्र सरकार और राज्य सरकार के ईमानदार प्रयासों से बुनियादी ढांचे के विकास से लेकर स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, कृषि और कृषि से संबंधित क्षेत्रों और सभी समुदायों के लोगों के कल्याण तक सभी क्षेत्रों में प्रगति देखी जा रही है।
राज्यपाल इंद्रसेन रेड्डी नन्नू ने कल असम राइफल्स मैदान में 76वें गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर आयोजित मुख्य समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराते हुए यह बात कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री प्रो. (डॉ.) माणिक साहा, मुख्य सचिव जे.के. सिन्हा, राज्य पुलिस महानिदेशक अमिताभ रंजन, केंद्र व राज्य सरकार के उच्चाधिकारी तथा राज्य पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। असम राइफल्स में आयोजित 76वें गणतंत्र दिवस की मुख्य परेड में बीएसएफ, सीआरपीएफ, असम राइफल्स, मिजोरम पुलिस, 15वीं बटालियन टीएसआर, महिला टीएसआर प्लाटून, पश्चिम त्रिपुरा जिला सुरक्षा बल, यातायात पुलिस, वन रक्षक, होमगार्ड बल, एनसीसी के वरिष्ठों ने भाग लिया। मैदान।
डिवीजन बॉयज, एनसीसी सीनियर डिवीजन गर्ल्स, गर्ल्स गाइड, एनएसएस, सिविल डिफेंस और असम राइफल्स पब्लिक स्कूल। पुलिस अधीक्षक फ्रांसिस डार्लोंग ने परेड का नेतृत्व किया। संयुक्त सेना के जवानों ने असम राइफल्स मैदान में राज्यपाल इंद्रसेन रेड्डी नल्लू को सलामी दी। परेड में सुरक्षा श्रेणी में बीएसएफ, 15वीं बटालियन टीएसआर और यातायात पुलिस क्रमश: पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहीं। एनसीसी सीनियर डिवीजन गर्ल्स, गर्ल्स गाइड्स और असम राइफल्स पब्लिक स्कूल गैर-सुरक्षा श्रेणी में क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहे।
असम राइफल्स मैदान में मुख्य गणतंत्र दिवस समारोह में राज्यपाल इंद्रसेन रेड्डी नन्नू ने राज्य के लोगों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं और कहा कि राज्य सरकार ने हाल ही में ‘राज्य प्रतीक’ को अपनाया है। यह राज्य की विविध संस्कृति और परंपराओं को प्रदर्शित करने वाला एक ऐतिहासिक आयोजन है। उन्होंने कहा, गणतंत्र दिवस हमारे देश के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है।
इस दिन, संविधान को अपनाने के माध्यम से, हम अपने नागरिकों के लिए सामाजिक न्याय, समानता और बंधुत्व सुनिश्चित करने का संकल्प लेते हैं। देश को एक संप्रभु, लोकतांत्रिक और गणतांत्रिक राज्य का दर्जा दिया गया। राज्य में शांति और विकास के लिए भारत सरकार, त्रिपुरा सरकार और टिपरा मठ के बीच 2024 में एक ऐतिहासिक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
इस समझौते का उद्देश्य राज्य के जनजातीय लोगों की समस्याओं का समाधान करना होगा। सितंबर 2024 में, भारत सरकार और त्रिपुरा सरकार ने राज्य में शांति स्थापित करने के लिए नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (एनएलएफटी) और ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स (एटीटीएफ) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। राज्यपाल ने कहा कि राज्य सरकार राज्य के विकास के लिए विभिन्न योजनाओं पर काम कर रही है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों को 32.93 करोड़ टका प्रदान किया गया है। पीएम-किसान योजना के माध्यम से 18वीं किस्त तक 2.76 लाख किसानों के बैंक खातों में 790.53 करोड़ रुपये वितरित किए जा चुके हैं। राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन-ऑयल पाम परियोजना के अंतर्गत 1,878 हेक्टेयर भूमि पर ऑयल पाम की खेती शुरू हो गई है।
इससे 1,861 किसान लाभान्वित हुए हैं। किसानों से रियायती मूल्य पर धान खरीदा जा रहा है। भोजन और पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ब्रू शरणार्थी परिवारों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत लाया गया है। राज्यपाल ने कहा कि राज्य सरकार महिला साक्षरता और बालिकाओं की उच्च शिक्षा को प्रोत्साहित कर रही है। इस उद्देश्य के लिए मुख्यमंत्री बेटी स्वावलंबन योजना नामक योजना शुरू की गई है। सरकार ने राज्य में स्वास्थ्य शिक्षा के विकास को प्राथमिकता दी है।
उन्होंने कहा कि राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास को अत्यधिक महत्व दिया गया है। जलजीवन मिशन के तहत राज्य में 6,32,387 घरों को पाइप पेयजल कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं। आवास सुविधा सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण परियोजना के तहत 1 लाख 8 हजार 703 घरों का निर्माण पूरा कर लिया है। राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत 111 आदर्श गांव स्थापित करने की योजना बनाई है। त्रिपुरा को हाल ही में ग्रामीण विकास और पंचायत स्तर पर उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए 7 राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार प्राप्त हुए।
राज्यपाल ने कार्यक्रम में यह भी कहा कि आदिवासियों, अनुसूचित जातियों, अन्य पिछड़ी जातियों, अल्पसंख्यक समुदायों के लोगों का कल्याण, दिव्यांगों का सशक्तीकरण, सार्वजनिक वितरण प्रणाली का आधुनिकीकरण, सांस्कृतिक विरासत का पुनरुद्धार, बिजली सेवाएं, उद्योग का विकास और अन्य क्षेत्रों में रोजगार सृजन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। वाणिज्य और पर्यटन राज्य सरकार के प्राथमिकता वाले क्षेत्र हैं। राज्य सरकार राज्य में विद्युत सेवाओं में सुधार के लिए ‘पूर्वोत्तर क्षेत्रीय विद्युत प्रणाली विकास परियोजना’ का क्रियान्वयन कर रही है।
विश्व बैंक की वित्तीय सहायता से 1,800 करोड़ रुपये के निवेश से राज्य में एक मजबूत विद्युत पारेषण नेटवर्क बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि औद्योगिक एवं सेवा क्षेत्र को प्रोत्साहित करने तथा समावेशी आर्थिक विकास के लिए राज्य में नई औद्योगिक नीति घोषित की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जनजातीय समूहों के सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक विकास को प्राथमिकता क्षेत्र के रूप में चिन्हित किया है। राज्य में आदिवासी बुनकरों को प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री आदिवासी बुनकर विकास कार्यक्रम शुरू किया गया है।
राज्यपाल ने कहा कि पीएम प्रायोजित जाति अभ्युदय योजना के तहत राज्य के 1,915 लाभार्थियों को लाभकारी रोजगार के लिए सहायता प्रदान की गई है। राज्यपाल ने कहा कि पर्यटन उद्योग को विकसित करने के लिए पर्यटन केन्द्रों को आकर्षक बनाया जा रहा है। केंद्र सरकार ने हाल ही में गोमती जिले के बंदुवार में शक्तिपीठ पार्क के विकास के लिए 97.70 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। यह पार्क राज्य के पर्यटन और सांस्कृतिक विरासत के विकास में मदद करेगा।
कार्यक्रम में राज्यपाल ने यह भी कहा कि राज्य में रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए त्रिपुरा स्टार्टअप नीति-2024 शुरू की गई है। राज्य सरकार ने विकलांग व्यक्तियों को सशक्त बनाने के लिए 2024 में ‘दिव्यांग व्यक्तियों के लिए त्रिपुरा राज्य सशक्तिकरण नीति’ शुरू की है। पीएम-जनमन परियोजना के तहत जनजातीय क्षेत्रों में, विशेष रूप से उपेक्षित और कमजोर वर्गों के लिए 77 नए आंगनवाड़ी केंद्र खोले गए हैं। राज्य में सार्वजनिक वितरण प्रणाली को सुदृढ़ करने के लिए राज्य सरकार ने 600 उचित मूल्य दुकानों को आदर्श उचित मूल्य दुकानों में परिवर्तित करने की पहल की है।
राज्यपाल ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को बेहतर बनाने में भी उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। राज्य सरकार ने विभिन्न जातीय समूहों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जीवित करने और बढ़ाने के लिए पहल की है। राज्य सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों के बीच भाईचारा बनाने के लिए सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों को महत्व दिया है।
राज्य के खेल क्षेत्र को विकसित करने के लिए सिंथेटिक एस्टोटर्फ फुटबॉल मैदान, एथलेटिक ट्रैक और स्विमिंग पूल बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री राज्य प्रतिभा खोज कार्यक्रम के अंतर्गत प्रतिभाशाली महिला खिलाड़ियों को एकमुश्त वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है।
कार्यक्रम में राज्यपाल इंद्रसेन रेड्डी नल्लू ने डीआईजी कृष्णेंदु चक्रवर्ती, टीएसआर 7वीं बटालियन के सहायक कमांडेंट सुदर्शन दास, टीएसआर 6वीं बटालियन के नायब सूबेदार राजू दास, टीएसआर 9वीं बटालियन के नायब सूबेदार पिंटू दास, केटीडीएस पुलिस प्रशिक्षण अकादमी के हेड कांस्टेबल बाबुल घोष को सम्मानित किया।
स्वतंत्रता दिवस 2023 के अवसर पर उनके अनुकरणीय कार्य के लिए, टीएसआर ने 9वीं बटालियन के हवलदार पवन देबनाथ और होमगार्ड पंडित सरकार को राष्ट्रपति पुलिस पदक प्रदान किया। राज्यपाल ने परेड में विजेता प्लाटूनों को पुरस्कार प्रदान किए तथा वन विभाग की कंचनपुर रेंज को सर्वश्रेष्ठ वन रेंज, राजनगर वन्यजीव रेंज को द्वितीय सर्वश्रेष्ठ वन रेंज तथा सदर रेंज को तृतीय सर्वश्रेष्ठ वन रेंज का पुरस्कार भी प्रदान किया। 76वें गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर असम राइफल्स मैदान के मुख्य समारोह में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं भारतीय जनता पार्टी का आयोजन किया गया। त्रिपुरा राज्य राइफल्स महिला कोर द्वारा आयोजित डेयर डेविल बाइक शो इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण था।








