
विधानसभा में सबसे युवा विश्व शतरंज चैंपियन ओकेश डोमाराजू को बधाई
ऑनलाइन डेस्क, 13 जनवरी, 2024: त्रिपुरा विधानसभा ने आज विश्व शतरंज चैंपियनशिप में विश्व चैंपियन का खिताब जीतने वाले सबसे कम उम्र के शतरंज खिलाड़ी बनने पर गुकेश डोमाराजू को बधाई और सम्मानित किया। विधानसभा सत्र के प्रथम भाग में बधाई प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया। युवा मामले एवं खेल मंत्री टिंकू रॉय ने विधानसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया।
युवा मामले एवं खेल मंत्री टिंकू रॉय ने बधाई भाषण में कहा कि भारतीय शतरंज खिलाड़ी गुकेश डोमराजू ने मात्र 18 वर्ष की आयु में विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीतने वाले सबसे युवा शतरंज खिलाड़ी बनकर अभूतपूर्व मिसाल कायम की है। त्रिपुरा विधान सभा भारत के गौरव, सबसे युवा शतरंज चैंपियन गुकेश डोमराजू को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देती है।
गुकेश ने यह गौरव सिंगापुर में आयोजित फिडे विश्व शतरंज चैंपियनशिप के अंतिम दौर में चीन के पूर्व चैंपियन डिंग लीरेन को हराकर हासिल किया। इस उपलब्धि के साथ ही उन्होंने दुनिया के सबसे युवा शतरंज खिलाड़ी के रूप में रूसी दिग्गज गैरी कास्परोव का रिकॉर्ड तोड़कर नया इतिहास रच दिया है। 29 मई 2006 को चेन्नई, तमिलनाडु में जन्मे गुकेश ने बचपन से ही शतरंज खेलने में गहरी रुचि दिखाई। उनके पिता डॉ. राजन बाबू एक डॉक्टर हैं और उनकी मां पद्मावती एक माइक्रोबायोलॉजिस्ट हैं।
इसी प्रेरणादायी परिवार से गुकेश को अपनी प्रतिभा विकसित करने का अवसर मिला। शतरंज खेलने के प्रति उनका जुनून महज 7 साल की उम्र में ही स्पष्ट हो गया था और कुछ ही समय में उन्होंने असाधारण कौशल हासिल कर लिया। 2019 में उन्होंने महज 12 साल, 7 महीने और 17 दिन की उम्र में ग्रैंडमास्टर का खिताब हासिल किया, जिससे वह दुनिया के दूसरे सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर बन गए।
विश्व शतरंज टूर्नामेंट में गुकेश की उत्कृष्ट उपलब्धि उनकी एकाग्रता, कड़ी मेहनत और रणनीतिक कौशल का प्रतिबिंब है। उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि से न केवल उनका परिवार गौरवान्वित हुआ है, बल्कि यह भारत के लिए भी गौरव की बात बन गई है। विश्व चैंपियन बनने वाले दुनिया के सबसे युवा शतरंज खिलाड़ी बने गुकेश डोमाराजू युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे। त्रिपुरा विधान सभा गुकेश डोमराजू को इस अविस्मरणीय उपलब्धि के लिए बधाई देती है तथा भविष्य में और भी अधिक सफलताओं के लिए शुभकामनाएं देती है।