बेकरी एवं मिष्टान्न उद्योगों के साथ गोलमेज वार्ता
ऑनलाइन डेस्क, 18 दिसंबर 2024: डॉ. सुब्रत गुप्ता, सचिव, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय (एमओएफपीआई) ने 18 दिसंबर 2024 को विज्ञान भवन एनेक्स, नई दिल्ली में बेकरी एवं मिष्टान्न उप-क्षेत्र के उद्योगपतियों के साथ एक गोलमेज वार्ता की अध्यक्षता की। चर्चा ने उद्योगों के सामने उत्पन्न होने वाली चुनौतियों पर विचार-विमर्श करने, इसके विकास एवं वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ने के लिए कार्रवाई योग्य समाधानों का पता लगाने के लिए एक मंच प्रदान किया।
चर्चा में गुणवत्तापूर्ण कच्चे माल की उपलब्धता बढ़ाने, आपूर्ति श्रृंखलाओं को सुव्यवस्थित करने और बड़े एवं छोटे स्तर के उत्पादकों का समर्थन करने के लिए नियामक सुधारों के अवसरों पर बातचीत हुई। उद्योग प्रतिनिधियों ने मूल्य श्रृंखला में निवेश क्षमता बढ़ाने पर भी प्रकाश डाला, जिसमें छोटे स्तरीय और विशेष उत्पादकों को उद्योग को आगे बढ़ाने एवं उभरती उपभोक्ता मांगों को पूरा करने में सक्षम बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया। इसमें दक्षता, मापनीयता एवं गुणवत्ता मानकों में सुधार लाने के लिए अनौपचारिक क्षेत्र की इकाइयों को औपचारिक पारिस्थितिकी तंत्र में एकीकृत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया गया।
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस एक महत्वपूर्ण विषय के रूप में उभरकर सामने आया, जिसमें नियामक संरचना को सरल बनाने सहित ज्यादा सक्षम व्यापार माहौल का निर्माण करने के लिए नीतियों को संरेखित करने का सुझाव दिया गया। स्थिरता एवं नवाचार भी इसके प्रमुख क्षेत्र में शामिल थे, जिसमें प्रौद्योगिकी अपनाने और कोको जैसे महत्वपूर्ण इनपुट का घरेलू उत्पादन बढ़ाने की सिफारिशें शामिल थीं, जिससे अप्रयुक्त अवसरों को अनलॉक किया जा सके।
चर्चा में कौशल विकास एवं क्षमता निर्माण कार्यक्रमों के महत्व पर विचार-विमर्श किया गया, विशेष रूप से छोटे एवं मध्यम उद्यमों, नवाचार एवं विकास को बढ़ावा देने के लिए। इसके अलावा, प्रतिभागियों ने प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों के फायदे को बढ़ावा देने एवं घरेलू बाजार में व्यापक स्वीकृति को प्रोत्साहित करने के लिए उपभोक्ता जागरूकता पहल की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के सचिव ने प्रतिभागियों की चिंताओं का समाधान करने और प्रगति को बढ़ावा देने के लिए एक सहयोगात्मक दृष्टिकोण अपनाने की मंत्रालय की प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया। उन्होंने साझेदारी के महत्व, मूल्य श्रृंखला की मजबूती और उद्योग के लिए एक सक्षम पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण पर भी प्रकाश डाला। उद्योग के सदस्यों को इन्वेस्ट इंडिया के साथ जुड़ने, चुनौतियों का समाधान प्रभावी रूप से करने के लिए कार्रवाई योग्य रणनीतियों को और विकसित करने और विस्तृत प्रतिनिधित्व प्रदान करने का सुझाव दिया गया।
PIB